Muzaffarnagar News: अलग उत्तराखंड राज्य की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर बर्बर कार्रवाई के दौरान दो पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर गैंगरेप किए जाने के मामले में करीब तीन दशक के बाद पीड़ित 75 वर्षीय महिला ने मंगलवार को कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया. पीड़िता मुजफ्फरनगर जिला अदालत में मगंलवार को पेश हुई और उसने कोर्ट के सामने अपना बयान दिया. इस मामले में अब अगली सुनवाई 2 अगस्त को की जाएगी.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रामपुर तिराहा सामूहिक बलात्कार की 75 वर्षीय पीड़िता को यहां अपर जिला सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह की अदालत में पेश किया. इस मामले में दोनों आरोपी पुलिस कर्मी अब रिटायर भी हो चुके हैं. सुनवाई के दौरान दोनों आरोपी भी अदालत में मौजूद थे. इन दिनों वो जमानत पर बाहर हैं. वकील के मुताबिक पीड़ित महिला को अदालत में अपना बयान देने के लिए उत्तराखंड के श्रीनगर से लाया गया था, जिसके बाद महिला ने कोर्ट में अपना बयान दिया.
जानें क्या है पूरा मामला?
सहायक सरकारी वकील परनेंद्र कुमार के अनुसार, सीबीआई ने रामपुर तिराहा (मुजफ्फरनगर) पुलिस गोलीकांड मामले में कई मामले दर्ज किए थे. ये गोलीकांड दो अक्टूबर, 1994 को हुआ था, जिसमें छह लोग मारे गये थे, ये सभी तब उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इनके साथ उत्तराखंड की कई महिला कार्यकर्ता भी शामिल थे. जिनके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया था.
75 वर्षीय पीड़िता ने दर्ज कराया केस
पृथक उत्तराखंड की मांग करते हुए ये प्रदर्शनकारी रामपुर तिराहा होते हुए ऋषिकेश से दिल्ली की ओर जा रहे थे. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रामपुर तिराहा के पास रोकने की कोशिश की. वकील ने बताया कि श्रीनगर से उत्तराखंड की एक महिला को अदालत में पेश किया गया और कथित सामूहिक बलात्कार के सिलसिले में उसका बयान दर्ज किया गया है. इस मामले में अगली सुनवाई दो अगस्त को होगी.
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