(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP News: मुजफ्फरनगर में सपा नेता ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर की 1.5 करोड़ की ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर के एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि थाना मंडी कोतवाली पुलिस ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
Muzaffarnagar Police News: उत्तर प्रदेश (UP) में मुजफ्फरनगर जिले के थाना नई मंडी कोतवाली पुलिस ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर 1.5 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले समाजवादी पार्टी (SP) के नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनय पाल कुमार (Vinay Pal Kumar) सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने सपा नेता विनय पाल, जो पूर्व में जिला उपाध्यक्ष भी रहे हैं, सचिन कुमार और संजय कश्यप को अलमासपुर परिक्रमा मार्ग से गिरफ्तार किया.
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि थाना मंडी कोतवाली पुलिस ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. पकड़े गए आरोपियों में सपा नेता विनय पाल कुमार, सचिन कुमार, संजय कश्यप और ललित बालियान की ओर से 10.5 बीघा जमीन की अगस्त 2022 में फर्जी तरीके से पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार की गई थी. यह जमीन मूल रूप से अशोक सैनी की थी. आरोपियों ने वादी यशपाल सिंह पुत्र पूरन सिंह निवासी विष्णुपुरी थाना खतौली मुजफ्फरनगर से उस जमीन को खरीदने के लिए संपर्क किया.
अलग-अलग अकाउंट में डाले गए थे पैसे
सत्यनारायण प्रजापत ने आगे बताया कि सहमति बनने पर वादी की ओर से डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से एडवांस के रूप में 1.5 करोड़ रुपये आरोपियों को दिए गए थे, जिसे आरोपियों की ओर से अलग-अलग अकाउंट में डाला गया था. रजिस्ट्री के लिए न आने पर और एडवांस पैसे न लौटाने पर वादी की ओर से थाना नई मंडी पुलिस को तहरीर दी गई. इस आधार पर पुलिस की ओर से मुकदमा अपराध संख्या- 86/23 धारा- 406, 420, 467, 471, 120बी, 506 आईपीसी में पंजीकृत किया गया. पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की. इस दौरान उस जमीन के मूल मालिक अशोक सैनी की हत्या कर दी गई, इसके संबंध में मामला पंजीकृत किया गया था.
अशोक कुमार सैनी की हत्या का नहीं हुआ खुलासा
एसपी सिटी ने बताया जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों की ओर से फर्जी तरीके से पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार की गई है. वादी से 1.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है. पुलिस की ओर से आरोपियों के खोले गए खातों को होल्ड पर डलवाया गया और आरोपियों विनय पाल, सचिन कुमार, संजय कश्यप को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में आरोपी ललित बालियान ने पहले ही कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. एक आरोपी ललित बालियान को पुलिस ने रिमांड पर लिया, जिसके बाद आरोपी से फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बरामद की गई थी. इस मामले में जमीन के असली मालिक अशोक कुमार सैनी की हुई हत्या का अभी तक पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है.