Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद में गुरुवार से भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के कार्यकर्ताओं की नगर में स्थित कार्यालय पर ट्रेनिंग शुरू हो गई है. इस ट्रेनिंग में कार्यकर्ताओं को सिखाया जाएगा कि अधिकारियों से मिलकर कैसे बातचीत करनी चाहिए, ट्रैक्टर और दुपहिया वाहनों से कैसे चलना चाहिए और लागू ड्रेस कोड में कैसे रहना चाहिए. दरअसल गुरुवार को सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) नगर के सर्कुलर रोड पर स्थित अपने आवास से बुलेट पर सवार होकर महावीर चौक स्थित भारतीय किसान यूनियन के कार्यालय पर पहुंचे. इस दौरान कार्यकर्ताओं को सिखाया गया कि दुपहिया वाहनों पर कैसे चलना चाहिए. 


बुलेट क्रांति की जरूरत-टिकैत
इसके बाद कार्यालय पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं को गमछा, टोपी और बिल्ले भी वितरित किये गए. इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, देश में एक बुलेट क्रांति की जरुरत है और अब देश ट्रैक्टर, ट्विटर और टैंक से चलेगा. बता दें कि बीते 23 अक्टूबर को राकेश टिकैत ने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए ड्रेस कोड लागू करके ये घोषणा की है कि अब कोई भी कार्यकर्ता बैगर गमछा, टोपी और बिल्ले के ना तो किसी अधिकारी से मिलेगा और ना संगठन की मीटिंग में ही हिस्सा लेगा. आज से कार्यकर्ताओं के लिए इसकी ट्रेनिंग शुरू की गई है.


क्या कहा राकेश टिकैत ने
राकेश टिकैत ने बताया कि, पहले दिन ड्रेस कोड की ट्रेनिंग होगी, किसान भवन में आए हैं और जब ड्रेस रहेगी तो कितनी दूरी पर आदमी को रहना है अगर मोटरसाइकिल से चले तो कितनी दूरी पर रहना है और ट्रैक्टर से ट्रैक्टर की कितनी दूरी होनी चाहिए यह सब भी सिखाना पड़ेगा. हम किसी भी आंदोलन में जायें तो एक ट्रैक्टर जब चला जाए तब दूसरा ट्रैक्टर उसकी जगह पर आए. धीरे-धीरे इसकी ट्रेनिंग होगी और हमें विश्वास है कि 1 साल में हम इन सब चीजों में कामयाब हो जाएंगे. 


टिकैत ने कहा कि, अभी यहां पर हम उनको सिखाएंगे और परेड होगी. परेड में इनको सिखाएंगे कि कैसे हमको चलना है, जैसे आज हम बुलेट पर आए हैं तो लोग दो लाइन में चले हैं. लोग एक के पीछे एक चले और बीच में 3 से 4 मीटर की दूरी रही. अगर ट्रैक्टर भी चलेंगे तो एक ट्रैक्टर से दूसरे ट्रैक्टर में 20, 25 मीटर की दूरी रहे. यह सारी चीजें हमको इन्हें बतानी पड़ेंगी. आज इसकी शुरुआत हुई है. अब देश ट्रैक्टर, ट्विटर और टैंक से चलेगा. देश में एक बुलेट क्रांति की जरूरत है. सीमा पर जवान बुलट क्रांति का प्रयोग करेगा और हम यहां पर ट्विटर का प्रयोग करेंगे.


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