Nafees Biryani Death: प्रयागराज के बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी नफीस बिरयानी (50) की रविवार देर रात हार्ट अटैक आने के बाद मौत हो गई. नैनी सेंट्रल जेल में बंद नफीस बिरयानी की रविवार शाम को अचानक तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. माफिया अतीक अहमद के फाइनेंसर मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी को बीती 9 दिसंबर को ही अस्पताल से जेल में शिफ्ट किया गया था.
39 वर्षीय मोहम्मद नफीस कभी पान की दुकान चलाता था, लेकिन अतीक का हाथ रखने बाद उसने करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया. प्रयागराज पुलिस के अनुसार, उमेश पाल तिहरे हत्याकांड में वांछित नफीस बिरयानी को 22 नवंबर, 2023 को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने नफीस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा था.
हार्ट अटैक के बाद नफीस बिरयानी की मौत
डॉक्टरों के अनुसार, मौत की वजह प्रथम दृष्टया हार्ट अटैक है. पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है. बता दें कि, उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड पर हमले के दौरान जिस कार का प्रयोग किया गया था, वह कथित तौर पर नफीस बिरयानी की ही थी.
सिविल लाइन में चलाता था पान की दुकान
सिविल लाइन में मोहम्मद नफीस पान की दुकान की हुआ करती थी. फिर ये अतीक अहमद के भाई अशरफ के संपर्क में आया. सिर पर अतीक का हाथ होने के बाद इसने बिरयानी की दुकान खोली. धीरे-धीरे इसका कारोबार बढ़ता गया और फिर इसकी बिरयानी की दुकान भी ब्रांड में बदल गई. जिसके लिए इसने बाद में फ्रेंचाइजी देना भी शुरू किया.
हर महीने करोड़ों में होती थी कमाई
पुलिस के अनुसार, नफीस बिरयानी एक महीने में करीब 2 करोड़ रुपये कमाता था. इसमें से हर महीने ये लगभग 50 लाख रुपये अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन को दिया करता था. जब अतीक अहमद और अशरफ के जेल में चले गए थे उनके लेन-देन का काम गुलाब बाड़ी कॉलोनी खुल्दाबाद का रहने वाला नफीस ही देखा करता था.
विदेश भागने से पहले किया था गिरफ्तार
उमेश पाल हत्याकांड के बाद नफीस विदेश भागने की फिराक में था. लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने इसे पकड़ लिया था. गौरतलब है कि, अतीक अहमद और अशरफ की इसी साल अप्रैल के महीने में हत्या कर दी गई थी. दोनों को प्रयागराज में पुलिस हिरासत में गोली मारी गई थी. पुलिस ने इस मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
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