UP News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के निघासन इलाके में मझगई थाने में पुलिस हिरासत में व्यक्ति की मौत के बाद सियासी बवाल खड़ा हो गया है. मौत के बाद भीम आर्मी चीफ और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि रामचंद्र मौर्य की मृत्यु अत्यंत दुखद और गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया दी है. 


सांसद ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, 'परिजनों के अनुसार, पुलिस ने बिना पंचनामा किए शव को परिवार से जबरन छीन लिया, जो भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है. यह कार्य न केवल कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाता है, बल्कि मानवाधिकारों का खुला हनन भी है.'






उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'पुलिस द्वारा परिजनों को धमकाना “ना तो मझगई थाना सस्पेंड होगा, ना निघासन थाना. ना तुम्हें 30 लाख रुपए मिलेंगे. जितने दिन रखना है, रख लो डेडबॉडी. हम यहां से जा रहे हैं.” स्थिति को और भी चिंताजनक बनाता है.'


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निष्पक्ष जांच की मांग
चंद्रशेखर आजाद ने आगे लिखा, 'यह घटना न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति प्रशासनिक अन्याय और पक्षपात का प्रतीक है. इस प्रकार की घटनाएं कमजोर वर्गों का प्रशासन और न्याय प्रणाली पर से विश्वास समाप्त कर देती हैं और समाज में असुरक्षा तथा अराजकता का वातावरण उत्पन्न करती हैं.'


भीम आर्मी चीफ ने कहा, 'यूपी सरकार को इस घटना की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. पीड़ित परिवार को न्याय और मुआवजा प्रदान करना उनकी जिम्मेदारी है. समाज में कानून का शासन और कमजोर वर्गों का विश्वास बनाए रखना अत्यावश्यक है.' इस प्रतिक्रिया के साथ चंद्रशेखर आजाद ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी साझा किया है.