UP Politics: औरंगजेब के परिवार से मिले चंद्रशेखर आजाद, कहा- 'मेरे खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करें'
आजाद समाज पार्टी के मुखिया और नगीना लोकसभा से सांसद चंद्र शेखर सोमवार को अलीगढ़ के घास की मंडी पहुंचे. जहां वह मॉब लिंचिंग के तहत पीट-पीट कर मारे गए औरंगजेब के परिवार से मिले.
UP News: अलीगढ़ में चोरी के शक में औरंगजेब उर्फ फरीद की पीट पीटकर की गई हत्या के मामले में अब नया मोड़ आ चुका है. जहां लगातार राजनीतिक दलों के लोग मृतक औरंगजेब के परिवार से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं, उसको लेकर अब पूरा परिवार प्रदर्शन करने के लिए तैयार होता हुआ नजर है, पीड़ित परिवार का कहना है उन्हें सभी लोगों का समर्थन मिल रहा है. चंद्रशेखर आजाद उनसे मिलने पहुंचे तो चंद्रशेखर आजाद के द्वारा उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है पीड़ित परिवार का कहना है, न्याय तो मिला नहीं उलटा उनके मृतक भाई व अन्य सात लोगों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
भीम आर्मी चीफ ने कहा कि वह मुकदमा खत्म नहीं किया और जो आरोपी फरार चल रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो अब विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. लोग सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे, मृतक औरंगजेब की बहन के द्वारा बड़ा ऐलान करने से अब पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ नजर आ रहा है. मृतक की बहन का साफ तौर पर कहना है कि जिस तरीके से उनके भाई को ही आरोपी बनाया गया है. कहीं ना कहीं इस मामले में सियासत का बड़ा रोल है यही कारण है 11 दिन बाद उनके भाई के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है.
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पीड़ित परिवार से मिले चंद्रशेखर
दरअसल, आजाद समाज पार्टी के मुखिया और नगीना लोकसभा से सांसद चंद्र शेखर सोमवार को अलीगढ़ के घास की मंडी पहुंचे. जहां वह मॉब लिंचिंग के तहत पीट-पीट कर मारे गए औरंगजेब के परिवार से मिले. इस दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था सत्ता के चौखट पर दम तोड़ रही है. अलीगढ़ में मॉब लिंचिंग के तहत औरंगजेब की हत्या हुई. उसका वीडियो भी सामने आया. उसको न्याय देने के बजाय पीड़ित पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया.
उन्होंने कहा कि एसएसपी से मांग की है कि वह घटना को दोबारा चेक करें. हो सकता है चंद्रशेखर आजाद भी वहां हो, सत्ता की नजरों में चंद्रशेखर आजाद नजर आ जाए तो एक मुकदमा उसके खिलाफ भी दर्ज करें क्योंकि अगर न्याय नहीं दे सकते और वर्दी की गरिमा को नहीं बचा सकते तो, कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है. 11 दिन बाद मृतक औरंगजेब और उसके सात साथियों पर सत्ता के दबाव में मुकदमा दर्ज हुआ है. यह मुकदमा दबाव में दर्ज हुआ.
सांसद ने कहा कि झूठे मुकदमे को खारिज किया जाए और जो आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं उनको गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए. उन्होंने कहा कि अगर सड़कों से बात नहीं सुनी जाएगी तो पार्लियामेंट में बात उठाएंगे अगर पार्लियामेंट भी नहीं सुनेगा तो लखनऊ में डीजीपी, प्रमुख सचिव और मुख्यमंत्री के सामने मुद्दा रखेंगे और पूछेंगे क्या यही है सबका साथ, सबका विकास वाली सरकार का सच.