Nagpur News: यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री और अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने महाराष्ट्र स्थित नागपुर में हुई हिंसा को लेकर विवादित बयान दिया है. स्वामी ने नागपुर हिंसा के लिए हिंदू संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने औरंगजेब और नागपुर हिंसा को लेकर प्रयागराज में ABP News से की गई बातचीत में बयान  दिया


उन्होंने कहा कि  बीजेपी की साजिश से नागपुर में दंगा हुआ. जरूरी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी ने साजिश रची थी. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा - देश में औरंगजेब से पहले नाथूराम गोडसे पर चर्चा होनी चाहिए. इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि अगर औरंगजेब की कब्र खुदे तो क्या नाथूराम गोडसे का समाधि स्थल होना चाहिए. औरंगजेब ने अगर अपने पिता को जेल में कैद किया था तो नाथूराम गोडसे ने राष्ट्रपिता की हत्या की थी. नाथूराम गोडसे ज्यादा बड़ा अपराधी है.


BNS की समीक्षा बैठक के बीच चंद्रशेखर आजाद ने गृह मंत्री अमित शाह को लिखी चिट्ठी, कर दी ये मांग


परंपराओं को भी खत्म करने की कोशिश- स्वामी
उन्होंने कहा कि - औरंगजेब की कब्र के बहाने परंपराओं को भी खत्म करने की कोशिश की जा रही है. भारतीय परंपरा में लोग अपने दुश्मनों के भी अंतिम संस्कार में शामिल होते हैं. ऐसे में 350 साल पहले मौत की नींद सो चुके व्यक्ति की कब्र खोदकर आखिरकार क्या संदेश दिया जा रहा है. नागपुर में बीजेपी के इशारे पर हिंदू संगठनों ने जमकर हिंसा की है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.


स्वामी प्रसाद मौर्य ने संभल में सालार मसूद गाजी के नाम पर लगने वाले मेले की इजाजत नहीं दिए जाने पर भी नाराजगी जताई है.उन्होंने कहा है कि जो भी मेले और आयोजन परंपरागत तौर पर होते रहे हैं, उन पर रोक नहीं लगनी चाहिए. ऐसे आयोजनों को सियासी चश्मे से नहीं देखना चाहिए.


स्वामी ने यूपी सरकार को भी घेरा
स्वामी प्रसाद मौर्य के मुताबिक देश में 1100 साल तक मुसलमानो का शासन रहा, लेकिन हिंदू कभी असुरक्षित नहीं रहे. आज हिंदुत्व का दंभ भरने वाले मोदी और योगी के राज में अगर हिंदू खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं तो उस पर विचार होना चाहिए..स्वामी प्रसाद मौर्य संविधान सम्मान और जनहित हुंकार यात्रा के लिए प्रयागराज आए हुए थे  बसपा संस्थापक काशीराम के परिनिर्वाण दिवस के मौके पर 15 मार्च से स्वामी प्रसाद मौर्य ने यात्रा शुरू की है.


स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र और यूपी की सरकारों पर जमकर निशाना भी साधा. उन्होंने महंगाई - बेरोजगारी और रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरा. पूर्व काबीना मंत्री ने कहा कि ऐसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ही बीजेपी लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम करती है.