Uttarakhand News: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में इन दोनों एक आदमखोर लेपर्ड का आतंक जारी है. आदमखोर लेपर्ड अब तक तीन महिलाओं को मौत के घाट उतार चुका है. लेडी किलर के नाम से कुख्यात हुए लेपर्ड की वजह से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं. 12 दिनों में आदमखोर लेपर्ड तीन महिलाओं को शिकार बना चुका है. आखिरी शिकार भीमताल की रहनेवाली 18 वर्षीय निकिता शर्मा बनी है. खेत में काम कर रही निकिता की लेपर्ड ने अचानक हमला कर जान ले ली. इससे पहले भी दो महिलाओं को लेपर्ड निशाना बना चुका है.
लेडी किलर के नाम से कुख्यात हुआ लेपर्ड
आदमखोर लेपर्ड ने स्थानीय ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है. डर के मारे लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं. वन विभाग लेपर्ड को पकड़ने में अब तक नाकाम साबित हुआ है. लोगों की नाराजगी नैनीताल प्रशासन के खिलाफ लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने जल्द से जल्द लेपर्ड को पकड़े जाने की मांग की है. लेपर्ड का निवाला बनी निकिता शर्मा मवेशियों के लिए चारा काटने खेत गई थी. खूंखार लेपर्ड ने झपट्टा मारकर बच्ची को निवाला बना लिया. हालांकि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि लेपर्ड है या बाघ है.
अब तक तीन महिलाएं बन चुकी हैं निवाला
लोगों के बीच लेपर्ड लेडी किलर के नाम से कुख्यात हो गया है. आदमखोर लेपर्ड का डर इस कदर है कि लोग सुबह और शाम घरों से निकलने में खतरा महसूस कर रहे हैं. ग्रामीणों ने मंगलवार को निकिता शर्मा का शव सड़क पर रखकर जाम भी लगाया. ग्रामीणों की मांग थी कि आदमखोर जानवर को जल्द से जल्द पकड़ा जाए. कुछ दिनों पहले वन महकमा के पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ समीर सिंह ने आदमखोर जानवर को मारने के आदेश जारी किए थे. आदेश का संज्ञान नैनीताल हाईकोर्ट ने खुद ले लिया था. हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए वन महकमा के आदेश पर रोक लगा दी थी. लेडी किलर लेपर्ड के आतंक से स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं. लोग प्रशासन से खूंखार जानवर का आतंक खत्म करने की मांग कर रहे हैं. वन विभाग अभी तक पुष्टि नहीं कर पाया है कि आदमखोर जानवर लेपर्ड है या बाघ है.