नैनीताल: सरकारी स्कूल के शिक्षकों पर कक्षा 8वीं के छात्र को डंडे से पीटने का आरोप, पिता ने की कार्रवाई की मांग
उत्तराखंड में सरकारी स्कूल के दो शिक्षकों पर कक्षा 8 के छात्र को डण्डे से बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है. छात्र के पिता ने मुख्य शिक्षाधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है.
नैनीताल: उत्तराखंड में एक सरकारी स्कूल के दो शिक्षकों पर मामूली सी बात को लेकर कक्षा 8 के छात्र को डण्डे से बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है. मामला तब सामने आया जब छात्र के पिता ने मुख्य शिक्षाधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई होने तक बच्चे को स्कूल नहीं भेजने का बात की.
दरअसल, नैनीताल के ओखलकांडा विकासखंड के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भंनपोखरा में कक्षा 8 में अध्यनरत एक छात्र के साथ शिक्षकों ने बेदर्दी से पिटाई कर दी. छात्र के पिता ने जिला मुख्य शिक्षाधिकारी को पत्र लिखकर मामले में जांच करने को कहा है. मामला चार दिन पहले का बताया जा रहा है. पीड़ित छात्र के पैर में चोट दिखने के बाद छात्र के पिता ने शिकायत पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की. पीड़ित के पिता ने शिकायत करते हुए कहा कि प्रधानाचार्य जितेंद्र चौहान और शिक्षक अशोक सक्सेना ने मामूली बात पर उसके बेटे को बेरहमी से पीट दिया.
बच्चे को 40 डंडे मारने का पिता ने लगाया आरोप
वहीं, छात्र के पिता का कहना है कि उसके शरीर पर जगह जगह चोट के निशान हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों शिक्षकों ने बच्चे को 40 डंडे मारे. बेटे के शरीर पर डंडों के निशान देखकर वह विचलित हो गये जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत करने का फैसला किया. उन्होंने शिकायत पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. बच्चे के पिता ने ये भी कहा है कि वो कार्रवाई होने तक बच्चे को विद्यालय नहीं भेजेंगे साथ ही बच्चे का मैडिकल कराएंगे और राजस्व पुलिस को भी घटना की तहरीर देंगे.
निष्पक्ष जांच के लिए तैयार हैं- प्रधानाचार्य जितेंद्र चौहान
वहीं, विद्यालय के प्रधानाचार्य जितेंद्र चौहान और शिक्षक अशोक सक्सेना ने बताया कि एक छात्रा ने उनसे रोते हुए इस बच्चे द्वारा बदतमीजी करने की शिकायत की थी. जिसको लेकर उन्होंने उसे डांटा और दो-तीन डंडे डराने के लिए मारे तांकि वह इस तरह की शैतानी दोबारा ना करें. उन्होंने कहा कि वो निष्पक्ष जांच के लिए तैयार हैं. वहीं, उपनिरीक्षक शकील अहमद ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी शनिवार को फोन के माध्यम से मिली है. उन्होंने पीड़ित के पिता को लिखित पत्र देने और बच्चे का मैडिकल कराने को कहा है.
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