नैनीताल: उत्तराखंड के नैनीताल में गर्ल्स हॉस्टल के आगे भूस्खलन अब छात्रावास भवन तक पहुंच गया है. प्रशासन ने आनन-फानन में सभी छात्राओं को के.पी.होस्टल ए ब्लॉक को तत्काल खाली कर लंगम हॉस्टल और युथ हॉस्टल में शिफ्ट कर दिया है.
नैनीताल में लगातार दो दिनों से हो रही बरसात ने के.पी.हॉस्टल के बी ब्लॉक के आगे के फर्श को भूस्खलन की चपेट में ले लिया है. आज सवेरे हुए इस भूस्खलन के बाद से भवन को भी भारी खतरा हो गया है. नैनीझील के ठीक उपर बना ये दोमंजिला हॉस्टल खाली पड़ा है.
छात्रावास के आगे से 31 अगस्त को पहला बड़ा भूस्खलन हुआ था जिसके बाद यहां से छात्राओं को शिफ्ट कर दिया गया था. भूस्खलन को थामने के लिए प्रशासन की तरफ से काम शुरू ही हुआ था कि अचानक 7 सितंबर को यहां दोबारा भूस्खलन आने से भय का माहौल बन गया. आज यहां तीसरी बार में भवन के आगे का वरांडा भी भूस्खलन की भेंट चढ़ गया.
छात्राओं को लंगम हॉस्टल और यूथ हॉस्टल में शिफ्ट किया गया
इसके खतरे को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने बगल के के.पी.होस्टल बी ब्लॉक को भी खाली करवाया दिया है. छात्राओं ने प्रशासन के सामने अपनी समस्याएं रखी जिसके बाद प्रभारी एस.डी.एम.राहुल साह ने बच्चों को समझाया. उन्होंने कहा कि इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट की तरफ से एक हफ्ते का हाई से हाई अलर्ट आया है. छात्राओं को घर जाने के लिए कहा गया जिसका उन्होंने विरोध किया. तय किया गया कि छात्राओं को लंगम हॉस्टल और यूथ हॉस्टल में फिलहाल हालात सुधरने तक रखा जाएगा.
इस मौके पर सी.ओ.सिटी संदीप नेगी के अलावा एस.एच.ओ.मल्लीताल, एस.ओ.तल्लीताल, डी.एस.डब्ल्यू. डी.एस.बिष्ट आदि मौजूद रहे. सवेरे हुए भूस्खलन के गवाह बने प्रत्यक्षदर्शी सूरज ने मंजर के बारे में बताते हुए इसे एक भयावह दर्शय बताया है.
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