Kainchi Dham: 15 जून को मनाया जाएगा कैंची धाम का 60 वां स्थापना दिवस, लाखों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
Uttarakhand News: नैनीताल स्थित कैंची धाम का 60 वां स्थापना दिवस हर बार की तरह इस बार भी 15 जून मनाया जाना है. स्थापना दिवस के मौके पर 3.5 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान हैं.
Nainital News: देवभूमि उत्तराखंड को सनातन धर्म के आस्था का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है, यहां सनातन धर्म के चार धाम हैं जिसके दर्शन के लिए हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु देवभूमि पहुंचे हैं. उत्तराखंड के नैनीताल जनपद में स्थित कैंची धाम मंदिर एक ऐसा मंदिर है, जहां सभी भक्तों मनोकामनाएं पूरी होती है. इस मंदिर पर हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश के श्रद्धालु पहुंचकर बाबा नीम करौली महाराज का आर्शीवाद लेते हैं. 15 जून 2024 को विश्वविख्यात कैंची धाम मंदिर का 60 वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा.
विश्व विख्यात बाबा नीम करोली महाराज की कैंची धाम मंदिर के स्थापना दिवस पर हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर बाबा नीम करौली महाराज का आर्शीवाद लेते हैं. इस साल स्थापना दिवस पर 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है, जिसके लेकर मंदिर प्रशासन की तरह से तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं.
वही सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल जनपद पहुंचकर कैंची धाम मंदिर के स्थापना दिवस कार्यक्रम को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा कर अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये. मान्यता है कि इस मंदिर पर जो भक्त बाबा के दर्शन करने आता है वह कभी खाली हाथ नहीं लौटता है. इसलिए हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश विदेश से कैंची धाम मंदिर पहुंचकर बाबा नीम करौली महाराज का आर्शीवाद लेने आते हैं.
हर साल 15 जून को मनाया जाता है स्थापना दिवस
नैनीताल जनपद में स्थित बाबा नीम करौली महाराज के कैंची धाम मंदिर की स्थापना 15 जून 1964 को की गई थी. तब से लेकर अब तक हर साल 15 जून को स्थापना दिवस मनाया जाता है, जिसमें देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु पहुंचकर बाबा नीम करौली महाराज का आर्शीवाद लेते हैं. इस साल भी 15 जून को स्थापना दिवस के देश और विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है.
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के मनोवैज्ञानिक विभाग के प्रोफेसर रिचर्ट एलपर्ट साइकेडेलिक रिसर्च के लिए सन 1967 में भारत आए थें. इस अवसर पर उनकी मुलाकात बाबा नीम करौली महाराज से हुई, जिसके बाद उन्होंने ने संन्यास की दीक्षा ली और फिर रिचर्ट से बाबा रामदास बन गए. बाबा रामदास ने अपनी पुस्तक मिरेकल ऑफ लव नाम एक किताब लिखी है, जिसमें बाबा नीम करौली महाराज के चमत्कारों के बारे में बताया गया है. इस किताब में "बुलेटप्रूफ कंबल" के नाम से एक घटना का जिक्र है, जिस कंबल को बाबा हमेशा ओढ़ा करते थें.
ये हस्तियां भी हैं बाबा के भक्त
बाबा नीम करौली महाराज के भक्तों में देश-विदेश आम आदमी ही बल्कि विश्व के शक्तिशाली लोगों का नाम भी शामिल हैं. बाबा नीम करौली महाराज के कैंची धाम मंदिर पर दर्शन करने भी आ चुके हैं. बाबा के भक्तों में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़, एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली, बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा, हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया राबर्ट्स सहित हजारों ऐसे हस्तियां हैं जिनका नाम बाबा के भक्त हैं.
कैंची धाम मंदिर समिति के सेवक अजय तिवारी ने बताया कि पिछले कुछ सालों से भक्तों की संख्या में काफ़ी इजाफा हुआ है, इस साल पिछले साल की तुलना में दोगुने भक्तों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. भक्तों की संख्या में होने वाली बढ़ोत्तरी को देखते हुए क़रीब 3.5 लाख से अधिक भक्तों के लिए मालपुआ प्रसाद बनाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक भक्तों को बाबा प्रसाद वितरित किया जा सकें. भक्तों की संख्या में लगातार हो रहें वृद्धि को देखते हुए सुबह पांच बजे भोग लगाने के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा, जिसको लेकर मंदिर प्रशासन द्वारा तैयारियां पूरी कर ली गई है.
उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी 15 मई से 15 जून तक अखंड हनुमान चालीसा का पाठ मंदिर में किया जा रहा है, जबकि 14 जून से श्री रामायण का पाठ भी किया जाएगा. वहीं भक्तों को आने होने वाली असुविधा को देखते हुए भीमताल और गरम पानी से शटल में तीन सौ छोटी गाडियां लगाईं जाएगी, ताकि पिछली बार की तरह भक्तों को परेशानी ना हों.
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