Uttarakhand News: नैनीताल में आज से राज्यपाल के ग्रीष्मकालीन प्रवास और पर्यटक सीजन को देखते हुए जिला प्रशासन और तल्लीताल पुलिस ने स्थानीय लोगों को सड़क पर गाड़ी खड़ी नहीं कर पार्किंग में फ्री में खड़ी करने की गुजारिश की थी. कल शाम हुए अनाउंसमेंट के बाद कई लोगों ने अपनी गाड़ी को शहीद कैप्टेन रमेश सिंह जूनियर हाई स्कूल के आगे की पार्किंग में खड़ी कर दी.
आठ से दस गाड़ियों के टूटे थे शीशे
स्कूल की शिक्षिका ने बताया कि आज सवेरे लगभग दस बजे किसी ने शोर मचाया कि गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं. देखते ही देखते भीड़ लग गई और पुलिस भी पहुंच गई. आठ से दस गाड़ियों के शीशे टूटे थे और कुछ गाड़ियों का नुकसान हुआ था. कक्षा छह से आठ तक के इस स्कूल में 42 बच्चे पढ़ते हैं.
घटना की सूचना पर पहुंचे प्रशासन और पुलिस ने बच्चों की काउंसिलिंग की और स्कूल के 5 से 6 टीचरों को पूछताछ के लिए थाने लिए गए. घटना से नाराज स्कूल के टीचर और परिजनों ने प्रशासन के आरोपों पर नाराजगी जताई. पुलिस ने कहा कि जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
रोहिताश सागर एसओ ने बताया कि जिलाधिकारी नैनीताल के अनुसार जो स्थानीय लोगों की गाड़ियां हैं वो रोड पर खड़ी रहती हैं, जिनकी वजह से अक्सर जाम की समस्या रहती है, जिलाधिकारी द्वारा उनके लिए निर्देशित किया गया था कि इन गाड़ियों को प्राइमरी स्कूल की जो पार्किंग है खाली पड़ी हुई है उसमें पार्क करा दिया जाए.
जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में तहसीलदार मजिस्ट्रेट और नगर पालिका के अधिकारी पुलिस स्टाफ के साथ सभी लोगों की सहमति से गाड़ियों को वहां पर पार्क करा दिया गया था, आज सुबह सूचना प्राप्त हुई कि कुछ गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए हैं, वहां एसडीएम साहब भी गए थे. वहां पर लोगों से तहरीर प्राप्त हुए हैं. मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है, मामले में जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
इसे भी पढ़ें:
UP Assembly: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उठाया कानून व्यवस्था का मुद्दा, CM योगी ने खुद दिया ये जवाब