Nand Gopal Gupta Nandi Profile: योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. उन्होंने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता रईस शुक्ला के बीजेपी (BJP) में शामिल होने पर अपनी ही पार्टी का खुलकर विरोध किया है. स्थानीय तौर पर रईस शुक्ला (Raish Shukla) और नंद गोपाल गुप्ता नंदी को राजनीतिक रूप से एक-दूसरे का प्रतिद्वंदी माना जाता है. लेकिन इस दौरान मंत्री नंद गोपाल गुप्ता के राजनीतिक सफर पर एक नजर डालते हैं.
मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत 2007 से की थी. उनका सियासी सफर बीएसपी से शुरू हुआ था. तब उन्हें दिवंगत बीजेपी नेता और पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा सीट के हराकर जीत दर्ज की थी. इसके बाद मायावती के नेतृत्व वाली बीएसपी सरकार में नंदी को पहली बार मंत्री बनाया गया. हालांकि 2012 के चुनाव में उन्होंने सपा उम्मीदवार के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
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2012 में मिली थी हार
2012 के विधानसभा चुनाव में सपा नेता हाजी परवेज टंकी ने नंद गोपाल गुप्ता नदी को हराया था. इस हार के बाद उन्होंने बीएसपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले फिर पाला बदला और बीजेपी में शामिल हो गए. तब उन्होंने 2012 की अपनी हार का बदला लिया और इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा सीट पर सपा नेता हाजी परवेज टंकी को हराया. जिसके बाद नंदी को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली पहली सरकार में मंत्री बनाया गया.
इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने सपा उम्मीदवार को फिर हराकर जीत दर्ज की. इस बार उन्होंने सपा के उम्मीदवार रईस चंद्र को हराया था. 2022 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में फिर से बीजेपी सरकार बनी तो नंदी फिर मंत्री बने. लेकिन अब शनिवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की उपस्थिति में रईस चंद्र बीजेपी में शामिल हो गए. उनके बीजेपी में शामिल होने पर नंद गोपाल गुप्ता नंदी का बयान फिर से चर्चा में है.