वाराणसी, एबीपी गंगा। 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी सबसे अहम सीट थी। इस सीट पर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें थीं। ये वो दौर था जब पूरे देश में मोदी नाम की सुनामी चल रही थी। इस सुनामी के सामने जातीय समीकरण, सामाजिक ध्रुवीकरण जैसे तमाम समीकरण धवस्त हो गए थे।
दिल्ली में दिखा जीत का असर
बीजेपी ने वाराणसी लोकसभा सीट से नरेंद्र मोदी को मैदान में उतारा था। मतदान से पहले सभी सियासी दलों ने यहां अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी लेकिन जब मतों की गिनती हुई तो चुनाव मैदान में उतरे कुल 42 में से 40 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। वाराणसी से भाजपा ने जो जीत हासिल की थी उसकी चकाचौंध दिल्ली की सत्ता तक नजर आई।
जीत से भी दो कदम आगे
2014 में जब मतों की गणना शुरू हुई थी तो पूरा देश वाराणसी के नतीजे पर टकटकी लगाए बैठा था। यहां से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी मैदान में थे। ईवीएम खुलने के बाद स्थिति ये हुई थी कि दूसरे राउंड के बाद मोदी के खिलाफ विरोधियों के संघर्ष की स्थिति ही खत्म हो गई थी। हालत ऐसे बने थे कि जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ रही थी वैसे-वैसे मोदी जीत की तरफ ही नहीं, बल्कि जीत की ऊंचाईयों से भी ऊपर उठते जा रहे थे।
दूसरे नंबर पर रहे थे अरविंद केजरीवाल
मतों की गिनती के बाद जब अंतिम परिणाम की घोषणा हुई तो नरेंद्र मोदी पांच लाख 81 हजार 22 मत पाकर विजयी हुए थे। मोदी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल को दो लाख 88 हजार 784 मतों के भारी अंतर से पराजित किया था। अरविंद केजरीवाल को दो लाख 92 हजार 238 मत मिले थे।
सियासी दलों ने खूब बहाया पसीन
बात अगर चुनाव के पहले प्रचार की करें तो किसी भी सियासी दल ने प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ी थी। कांग्रेस, सपा, बसपा के बड़े नेताओं ने खूब पसीना बहाया। कई नेताओं के रोड शो तो हिट रहे लेकिन जब वोट की बारी आई तो मतदाताओं ने उन्हें पूरी तरह नकार दिया।
ये हैं आंकड़े
2014 में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अजय राय को 75 हजार 614 मत मिले थे। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी कैलाश चौरसिया को तो मात्र 45 हजार 291 मत मिले। बसपा के भी प्रत्याशी विजय जायसवाल को मात्र 60 हजार 579 मत मिले थे। भाजपा और मोदी के खिलाफ देश भर में आवाज बुलंद करने वाली सीपीआइ के प्रत्याशी और संघर्षशील नेता हीरालाल दो हजार 457 वोटों तक सिमट गए। इतना ही नहीं जहां 16 प्रत्याशियों ने एक से डेढ़ हजार ही मत प्राप्त किए तो 10 प्रत्याशी तीन अंकों से आगे नहीं बढ़ सके थे। वाराणसी संसदीय क्षेत्र के वोटरों ने 2014 के लोकसभा चुनाव में नोटा को विशेष महत्व नहीं दिया था और इसमें मात्र 2051 मत पड़े थे। वाराणसी में चुनाव लड़ने के लिए कई प्रत्याशी बाहर से आए थे लेकिन मतदाताओं ने उन्हें भी नकार दिया था।
प्रत्याशियों का रिपाोर्ट कार्ड-2014
प्रत्याशी पार्टी मिले मत
नरेंद्र मोदी भाजपा 581022
अरविंद केजरीवाल आप 292238
अजय राय कांग्रेस 75614
विजय जायसवाल बसपा 60579
कैलाश चौरसिया सपा 45291