नई दिल्ली, एबीपी गंगा। राष्ट्रीय महिला आयोग ने शाहजहांपुर की लॉ कॉलेज की छात्रा के बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण के आरोपों को गंभीरता से लिया है और इस मामले में स्वतः संज्ञान लेकर उत्तर प्रदेश के डीजीपी को नोटिस भेजा है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस पूरे मामले पर डीजीपी से जवाब मांगा है।
शाहजहांपुर में लॉ कॉलेज की एक छात्रा का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उसने कॉलेज के डायरेक्टर और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण, डराने-धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्रा ने अपने परिवार को जान का खतरा भी बताया है। 24 अगस्त को सोशल मीडिया पर शारीरिक शोषण से संबंधित वीडियो डालने के बाद से छात्रा गायब है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी को इस मामले में जांच करने के लिए कहा है और विस्तृत रिपोर्ट आयोग को भेजने के लिए कहा है। आयोग ने डीजीपी से ये भी कहा है कि वो लड़की और उसके परिवार की सुरक्षा को सुनिश्चित करे साथ ही इस बात को तय करे कि जांच बेहद तेजी से हो।
इतना ही नहीं बीजेपी के पूर्व सांसद चिन्मयानंद पर छात्रा के शारीरिक शोषण के आरोप और उसके गायब होने का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। शाहजहांपुर में लॉ कॉलेज की एक छात्रा के लापता हो जाने के मामले को लेकर आ रही मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट के वकीलों के एक समूह ने चीफ जस्टिस से सुओ मोटो (स्वत: संज्ञान) लेते हुए मुकदमा दर्ज करने के लिए एक याचिका दायर की है।
विवाद बढ़ने के बाद चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर पहले ही दर्ज की जा चुकी है। शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक एस चन्नप्पा ने बताया था कि पूर्व केंन्द्रीय मंत्री चिन्मयानंद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 364 (हत्या करने के लिए अपहरण करना) और 506 (धमकाने) के तहत शाहजहांपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने डीजी उत्तर प्रदेश के आदेश के बाद बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए थे। छात्रा के पिता ने इस संबंध में 25 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई थी। तहरीर के बाद पुलिस ने केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी।