National Family Health Survey-5: यूपी में पुरुषों से ज्यादा हुई महिलाएं, प्रजनन दर में भी गिरावट
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण- 5 के आंकड़ों के अनुसार, शहरी लिंगानुपात 1036 है, जबकि ग्रामीण 961 है. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक प्रजनन दर गिरकर 2.7 के मुकाबले 2.4 पर आ गई है.

National Family Health Survey-5: राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण- 5 में उत्तर प्रदेश के लिए एक अच्छी ख़बर सामने आई है. दरअसल, प्रदेश के लिंगानुपात में सुधार हुआ है. लिंगानुपात 2020-21 में बढ़कर 1017 हो गया है. इसका मतलब है कि प्रति 1,000 पुरुषों पर अब 1017 महिलाएं हैं. इससे पहले वर्ष 2015-16 में लिंगानुपात 995 था.
यूपी में प्रजनन दर में आई गिरावट
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण- 5 के आंकड़ों के अनुसार, शहरी लिंगानुपात 1036 है, जबकि ग्रामीण 961 है. वहीं रिपोर्ट के मुताबिक प्रजनन दर गिरकर 2.7 के मुकाबले 2.4 पर आ गई है. इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है. इसके अलावा एनएफएचएस-5 में ये बात सामने आई है कि जन्म के समय लिंगानुपात में भी सुधार हुआ है. आंकड़ों से पता चलता है कि एनएफएचएस-4 में 1000 पुरुषों पर 903 महिलाएं थी, जो अब बढ़कर 941 हो गया है. राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में यह अनुपात 943 और शहर में 933 है.
प्रदेश में 68.8 प्रतिशत परिवारों के पास शौचालय
यही नहीं खाना बनाने में स्वच्छ इंधन का इस्तेामाल पहले 32.7 प्रतिशत परिवार करता था जो अब 49.5 प्रतिशत हो गया है. वहीं अब प्रदेश में 68.8 प्रतिशत परिवारों के पास शौचालय है. दूसरी तरफ एनीमिया प्रभावित महिलाओं की संख्या में 5.1 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह कमी 1.8 प्रतिशत है. हालांकि अभी बच्चों और महिलाओं में खून की कमी के मामले में यूपी दूसरे नंबर है. प्रदेश में बच्चों के वृद्धि अवरोध के मामलों में 6.6 प्रतिशत की कमी हुई है, जो राष्ट्रीय स्तर पर 2.9 प्रतिशत है. राज्य में सामान्य से कम वजन के बच्चों के मामलों में 7.4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 3.7 प्रतिशत है.
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