अयोध्या: अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए अब धन संचय अभियान शुरू हो रहा है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और वीएचपी मिलकर देश भर में राम मंदिर के निर्माण के लिए धन जुटाने का अभियान शुरू कर रहे हैं. यह अभियान करीब डेढ़ महीने तक चलेगा और इस अभियान के तहत देशभर में करीब 13 करोड़ परिवारों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है.
अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह के लिए जो मुहिम चलाई जा रही है उस मुहिम को नाम दिया गया है श्री राम मंदिर संग्रह निधि अभियान. इसके तहत 15 जनवरी 2021 से लेकर 27 फरवरी 2021 तक देश भर में करोड़ों लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी. करोड़ों लोगों तक पहुंच कर उनसे जो पैसा लिया जाएगा वह श्री राम मंदिर निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा.
करीब 65 करोड़ लोगों तक पहुंचने की तैयारी
सामने आई जानकारी के मुताबिक वीएचपी और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े लोग देश भर के करीब 5 लाख 50 हजार गांवों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे. इस दौरान करीब 13 करोड़ परिवारों से धन संग्रह का लक्ष्य रखा गया है. यानी एक तरह से औसतन एक परिवार में पांच लोग मानें जाएं तो इस डेढ़ महीने के दौरान करीब 65 करोड़ लोगों तक पहुंचने की तैयारी की गई है.
श्री राम मंदिर धन संग्रह अभियान के तहत 10 रुपये, 100 रुपए और 1000 रुपए की पर्चियां दान देने वाले लोगों को दी जाएंगी. इन पर्चियों पर अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर की तस्वीर के साथ ही श्री राम की छवि भी मौजूद रहेगी. जो भी लोग इस अभियान के तहत पैसा देंगे उनको यह रसीद दे दी जाएगी. वहीं ₹2000 से ज्यादा का योगदान करने वाले लोगों को एक अलग तरह की रसीद दी जाएगी जिससे कि वह आयकर छूट का फायदा भी उठा सकते हैं.
मंदिर का निर्माण साल 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि श्री राम मंदिर धन संग्रह अभियान की शुरुआत राष्ट्रपति जो कि देश के पहले नागरिक माने जाते हैं उनसे मुलाकात कर की जाएगी. राष्ट्रपति के बाद उपराष्ट्रपति से भी मुलाकात करने की योजना बनाई गई है. इस अभियान के तहत देश के प्रधानमंत्री से लेकर दूरदराज इलाके के गांवों तक पहुंचने की योजना बनाई गई है.
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के मुताबिक क्योंकि इस अभियान के तहत देश में करोड़ों लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी. ऐसे में उन करोड़ो लोगों में विपक्षी दलों के नेता से लेकर समाज के अलग-अलग क्षेत्रों से आने वाले लोगों से श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए निधि संग्रह और योगदान के लिए संपर्क किया जाएगा. आलोक कुमार के मुताबिक कोशिश यही है कि मंदिर का निर्माण ऐसा हो जो हजारों सालों तक याद रखा जाए. कोशिश यही की जा रही है कि मंदिर का निर्माण साल 2024 तक पूरा कर लिया जाए जिससे कि श्रद्धालु साल 2024 में अयोध्या में भव्य राम मंदिर में पहुंचकर रामलला विराजमान के दर्शन कर सकें.
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