Lucknow News: शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2022) में जगह-जगह दुर्गा पूजा के भव्य पंडाल सजे हैं. लेकिन राजधानी लखनऊ के कैंट इलाके में सजा एक पंडाल इस समय खास चर्चा में है. इसकी वजह है कि यहां मां दुर्गा अपने शेर के साथ बुलडोजर पर सवार हैं. दुर्गा पूजा पंडाल की तरफ जाने वाले पुरे रास्ते पर जगह-जगह ऐसे ही बोर्ड भी लगे हैं जो लोगों को आकर्षित कर रहे हैं. पंडाल के अंदर भी जगह जगह ऐसे ही कटआउट लगाए गए हैं.


"बुल्डोजरास्त्र" नाम से सजाया गया मां दुर्गा का बुलडोजर
इन कट आउट में मां दुर्गा बुलडोजर पर सवार हैं और इसे नाम दिया गया है "बुल्डोजरास्त्र". इस पर लिखा है माता का नवीनतम दिव्यास्त्र कलयुगी राक्षसों के दमन हेतु. इसमें बुलडोजर को न्याय का प्रतीक बताया गया है. मालूम हो कि योगी सरकार में अपराधियों और माफियाओं की अवैध बिल्डिंग जमींदोज करने के लिए बुलडोजर चलना जारी है.




कैंटोनमेंट पूजा एवं सेवा समिति के मीडिया सचिव निहार डे कहते हैं कि पहले हमारे पास तीर धनुष चलता था. समय के साथ अस्त्र-शस्त्र बदले और आज के समय में न्याय का प्रतीक बुलडोजर है. जो माफिया, अपराधियों, दबंगों के खिलाफ चल रहा है. यह शक्ति का प्रतीक है जो मां का आशीर्वाद लिए हुए है. 


'माता बुलडोजर पर चलकर न्याय दिलाएंगी'
समिति के अध्यक्ष एसएन पाल कहते हैं कि मां दुर्गा राक्षसों का संहार करने कभी गज पर आती है तो कभी घटक पर. आज के इस वैज्ञानिक युग में यह जो अस्त्र है वो न्याय दिलाने के लिए हैं. हम मानते है कि माता बुलडोजर पर चलकर न्याय दिलाएंगी, असुरों को मारेंगी. हमें पॉलिटिक्स से लेना-देना नहीं, मां दुर्गा राक्षसों का संहार करने के लिए आती हैं. समिति से जुड़े किशोर कुमार डे कहते हैं की ये आम लोगों के दिलों में बस रहा, सोशल इंपैक्ट कर रहा. इसीलिए हम उसे लेकर चल रहे हैं.


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