Navratri 2022: पूरे देश में शारदीय नवरात्र की धूम है. घर-घर में लोग नवरात्र का व्रत रख रहे हैं. यूपी के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में जेल के कैदियों ने सांप्रदायिक सौहार्द का अनूठा परिचय दिया. एक तरफ जहां देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंदु-मुस्लिम एकता को लेकर सवाल खड़े होते रहते हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला कारागार ने सांप्रदायिक सौहार्द का उदाहरण पेश किया है. यहां के 200 से अधिक मुस्लिम कैदी एकजुटता दिखाते हुए अन्य हिंदू कैदियों के साथ नवरात्र उपवास कर रहे हैं.
218 कैदियों ने किया व्रत
मुजफ्फरनगर जिला कारागार के जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि इस जेल में 218 मुस्लिम कैदी 1,104 हिंदू कैदियों के साथ सांप्रदायिक सौहार्द के लिए नवरात्र उपवास कर रहे हैं. नवरात्र का उपवास करने वाले श्रद्धलुओं का यहां ख्याल भी रखा जा रहा है. जिला कारागार के जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने आगे बताय कि जेल में कैदियों को फल, दूध और 'कुट्टू' का आटा उपलब्ध कराने के लिए जेल प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है. जेल के अंदर हिंदू-मुस्लिम का यह भाईचारा अपने आप में समाज के लिए एक उदाहरण है.
नौ दिन मां के निमित्त व्रत, साधना करते हैं श्रद्धाल
पितृ पक्ष के खत्म होते ही महालया से नवरत्रि की शरुआत हो जाती है. भक्त नौ दिन मां के निमित्त व्रत, साधना करते हैं. वहीं बंगालियों की दुर्गा पूजा नवरात्रि की षष्ठी तिथि से आरंभ होती हैं और इसका समापन विजयादशमी यानी कि दशहरा पर होता है. 5 अक्टूबर को दशहरा है. पांच दिन का यह त्योहार बंगालियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. प्रतिपदा तिथि से पंचमी तक बंगाली दुर्गा पूजा की तैयारियां करते हैं, मां के मूर्ति को सजाया जाता है फिर छठवें दिन से शक्ति की उपासना होती हैं.