Corona Cases in NCR: दिल्ली (Delhi) से सटे गौतम बुद्ध नगर (Gautam Buddh Nagar) में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं. अगर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की बात की जाए तो सबसे ज्यादा मामले भी एनसीआर से सटे जिलों से सामने आ रहे हैं. यही वजह है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों को एनसीआर पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं. इस बीच पिछले 24 घंटे में गौतम बुद्ध नगर में कोरोना के 126 नए मरीज मिले हैं और 100 मरीज ठीक हुए हैं. कोरोना के 126 नए संक्रमितों में 26 ऐसे बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 18 साल से कम है.

 

वहीं जिले में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 689 हो गई है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में कोरोना के हालातों को देखते हुए अधिकारियों के साथ बैठक की और उसमें एनसीआर पर विशेष ध्यान देने को कहा. इसके साथ ही एनसीआर से सटे जिले, जैसे- गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़ के अलावा राजधानी लखनऊ में मास्क को भी अनिवार्य कर दिया गया है. सीएम के इस आदेश के बाद गौतम बुद्ध नगर में भी प्रशासन कोरोना के प्रभाव को रोकने की तैयारी में जुट गया है.

 

कैम्प लगाकर होगा वैक्सीनेशन

जिले में कोरोना के रोकने के प्रभावी तरीके की जानकारी देते हुए उप जिलाधिकारी सदर अंकित कुमार ने बताया कि एनसीआर क्षेत्र में कोविड टेस्टिंग और टीकाकरण कैम्प लगाकर 12 से 14 साल, 15 से 17 साल और 18 से ज्यादा आयु के छूटे हुए और बूस्टर डोज के लिए व्यक्तियों का अधिक से अधिक वैक्सीनेशन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि निगरानी समिति के सदस्यों के साथ-साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों को कोविड से बचाव और सुरक्षित रखने के दृष्टिगत घर-घर जाकर प्रचार-प्रसार कराया जाएगा. इसके साथ ही सदर में पड़ने वाले क्षेत्र, जैसे- नगर पंचायत दनकौर और  बिलासपुर के कस्बों में विशेष अभियान चलाकर कोविड से बचाव के लिए वॉइस रिकॉर्डिंग के जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

 

'मास्क नहीं तो समान नहीं'

 

वहीं लोगों को जागरूक करने के लिए उप जिलाधिकारी अंकित कुमार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में व्यापार मंडल इस चीज का खास ध्यान रखे कि हर दुकान या रेस्टोरेंट मालिक अपनी दुकान पर आने वाले लोगों को यह बताए कि वो मास्क लगा कर अन्दर आए और अगर कोई बिना मास्क के आता है तो उसको समान नहीं दिया जाए. इसके साथ ही जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कम्पनियां कोविड हेल्प डेस्क जरूर बनाए और अपने हर कर्मचारी को कोविड के प्रति जागरूक करे.

 

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