Narendra Modi Cabinet: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे मंत्रिमंडल में भले ही उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व पिछली बार की अपेक्षा कम हुआ है और जिस लिहाज से सांसदों की संख्या उत्तर प्रदेश से कम हुई है उसके बावजूद सांसदों का प्रतिनिधित्व पश्चिम से पूरब तक बरकरार रखा गया है . इसके साथ ही अलग-अलग जातियों के साथ सभी वर्गों से मंत्रियों को प्रतिनिधित्व दिया गया है.  मोदी के इस मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों के जरिए पार्टी ने 2027 विधानसभा के समीकरण को साधने की कोशिश की है.


जाट बिरादरी के लिए बीजेपी का प्लान
पश्चिम में जाट बिरादरी से जयंत चौधरी तो, ब्रज में दलित बिरादरी से एसपी सिंह बघेल, अवध से क्षत्रीय समाज से  राजनाथ सिंह और कीर्ति वर्धन सिंह को जगह दी गई है. पूर्वांचल में प्रधानमंत्री मोदी समेत 4 पिछड़े समाज से लोग मंत्रिमंडल में हैं, जिनसे कुर्मी समाज से अनुप्रिया पटेल और पंकज चौधरी हैं,  राज्यसभा में सांसद लोध समाज से बीएल वर्मा आते हैं, ब्राह्मण समाज से जितिन प्रसाद, पूरब में दलित समाज से कमलेश पासवान को जगह दी गई है.


ठाकुरों की नाराजगी को यूं साधा!
पश्चिम में संगीत सोम , सुरेश राणा सरीखे बड़े क्षत्रीय नेताओं से शुरू हुई क्षत्रिय समाज की नाराजगी के बीच अवध आते-आते रघुराज प्रताप सिंह की नाराजगी ने भाजपा को बड़ा नुकसान पहुंचाया. उसको बैलेंस करने के इस बार  राजनाथ सिंह कीर्तिवर्धन सिंह को मंत्री बनाया गया है. इस बार ,पिछली सरकार में मंत्री रहे वीके सिंह चुनाव नहीं लड़े थे, उनके चुनाव न लड़ने के बाद से ही क्षत्रीय समाज में नाराजगी शुरू हुई और बाद जो नतीजे जो आए वो सबके सामने हैं.


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