रुद्रप्रयाग, एबीपी गंगा। केदारनाथ पैदल मार्ग पर ट्रैकिंग के दौरान घायल हुए विदेशी पर्यटक को पुलिस एवं एनडीआरएफ की टीम ने बचा लिया। मंगलवार को विदेशी पर्यटक को पुलिस अधीक्षक कार्यालय लाया गया, जिसके बाद उसे देहरादून के लिए रवाना किया गया। विदेशी पर्यटक के पास केदारनाथ पैदल ट्रैक पर जाने की कोई परमीशन नहीं थी। ऐसे में पुलिस प्रशासन पर सवालियां निशान भी खड़े हो गए हैं।
आपको बता दें कि बीते रविवार की दोपहर जर्मनी निवासी स्नाइडर मारो उम्र 22 वर्ष सोनप्रयाग से केदारनाथ पैदल ट्रैकिंग के लिये निकला। देर रात को वह केदारनाथ धाम से पहले लिनचोली में रास्ता भटक गया और यहां पर बर्फ में फिसलने के कारण उसे गंभीर चोटे भी आ गईं। यहां पर काम कर रहे एक मजदूर से विदेशी पर्यटक ने मदद ली और उसके फोन से 112 हेल्पलाइन पर कॉल की। मजदूर किसी तरह घायल पर्यटक को छानी कैंप में ले आए। पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने सोमवार सुबह एसडीआरएफ एवं पुलिस की टीम गठित की। रेस्क्यू टीम उपकरणों के साथ सोमवार दोपहर दो बजे तक छानी कैंप पहुंची और विदेशी पर्यटक का हाल चाल जाना।
पर्यटक ने बताया कि वह किसी से जानकारी लेकर केदारनाथ पैदल मार्ग पर ट्रैकिंग कर रहा था। उसे यह जानकारी नहीं थी कि मार्ग में इतनी ज्यादा बर्फ होगी। ट्रैकिंग के समय वह बर्फ में फिसलकर गिर गया, जिस कारण उसे गंभीर चोटें आ गई। मजदूर किसी तरह उसे छानी कैंप लाए। विदेशी पर्यटक ने बताया कि उसका बैग मोबाइल फोन कई खो गया है। बैग में उसका पासपोर्ट भी था। इसके बाद विदेशी पर्यटक को स्ट्रेचर के जरिये देर रात गौरीकुंड लाया गया। गौरीकुंड से मंगलवार सुबह विदेशी पर्यटक स्नाइडर मारो को पुलिस जवान पुलिस अधीक्षक कार्यालय लाए। पुलिस अधीक्षक ने विदेशी पर्यटक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह किसी स्थानीय निवासी के बताने पर केदारनाथ पैदल ट्रैक पर गया था। उसने कोई परमीशन नहीं ली है। बिना परमीशन के ही वह केदारनाथ पैदल मार्ग पर ट्रैकिंग कर रहा था। पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि विदेशी पर्यटक के खोये हुए सामान की गुमशुदगी दर्ज की गई है, जबकि पासपोर्ट खोने पर जर्मन दूतावास को सूचना दी गई है। वैधानिक कार्यवाही के बाद पर्यटक को देहरादून के लिए रवाना किया गया है।