नोएडा/गाजियाबाद. दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद जिलों में मई के दौरान कोविड से हुई मौतें कोरोना काल में सबसे अधिक मौतें हैं. सरकारी आंकड़े इसकी गवाही भी देते हैं. दरअसल, बीते साल मार्च से अब तक नोएडा में 392 कोविड मरीजों की मौत हुई है. जबकि इस साल 1 मई से 16 तारीख तक नोएडा में 180 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इस लिहाज से मई के ही पहले हाफ में 46 फीसदी मरीजों की मौत हो चुकी है.
वहीं अप्रैल में कोरोना से कुल 121 लोगों की मौत हुई, जो कुल मौतों का 31 फीसदी है. 1 अप्रैल से 16 मई तक नोएडा में कोविड मरीजों की मौत का प्रतिशत 77 फीसदी रहा.
उसी प्रकार, गाजियाबाद में कोरोना से हुई कुल 74 फीसदी मौतें 1 अप्रैल से 16 मई के बीच हुई हैं. सिर्फ मई के पहले 16 दिनों में ही 169 मरीजों की कोरोना से मौत हो गई. गाजियाबाद में कुल मौतों का आंकड़ा 375 है. 1 मई से 16 मई के बीच दर्ज की गई मौतों का आंकड़ा 45 फीसदी है.
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "ये डेटा यह स्पष्ट रूप से अप्रैल और मई की पहले हाफ में संक्रमण की गंभीरता को दर्शाता है. इस महीने में अभी 12 दिन शेष हैं और जिले में प्रतिदिन मौतों की हो रही हैं. अगर यही सिलसिला जारी रहा तो इस महीने में मरने वालों की संख्या 200 के पार जा सकती है."
यूपी में सामने आए इतने मरीज
वहीं, उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमित 285 और लोगों की मौत हो गई तथा 9391 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई. स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोविड-19 संक्रमित 285 और मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद प्रदेश में अब तक इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17817 हो गई है.
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