Varanasi News: नीट अभ्यर्थियों का संघर्ष लगातार जारी है, असमंजस की स्थिति में अब राजनेताओं के दरवाजे पर भी वह पहुंचकर गुहार लगाते नजर आ रहे हैं. इसी बीच 23 जून को नीट प्रवेश परीक्षा में 1563 ग्रेस मार्क वाले छात्रों का पुनः परीक्षा कराया गया जिसमें 813 अभ्यर्थी उपस्थित हुए और 750 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. दर्जनों की संख्या में छात्र और छात्राएं अपनी फरियाद लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के आवास पर पहुंचे.


छात्रों ने कांग्रेस पार्टी से इस मुद्दे को संसद में उठाने की मांग की है. इसको लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से भी छात्रों को आश्वस्त किया कि उनकी मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी पूरी तरह गंभीर है और सड़क से लेकर संसद तक यह विषय उठाया जाएगा. उनके साथ किसी भी तरह से अन्याय नहीं होने दिया जाएगा.


एम्स के तहत परीक्षा कराने की मांग
नीट परीक्षा में शामिल रहने वाले मोहित ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि हमने कड़ी मेहनत करने के बाद नीट परीक्षा दी थी. लगभग 3 साल की कठिन परिश्रम के बाद हमें 640 से अधिक अंक इस परीक्षा में प्राप्त हुए थे. पिछले वर्ष की तुलना करें तो इस अंक के आधार पर हमें अच्छे कॉलेज में एमबीबीएस सीट मिल जाती लेकिन इस वर्ष परीक्षा में गड़बड़ी की वजह से यह मुश्किल होता दिखाई दे रहा है. 


छात्रा प्रिया ने कहा कि सिर्फ 1563 बच्चों का अगर ग्रेस मार्क के तहत पुनः परीक्षा कराया जा रहा है तो यह इसका समाधान नहीं होगा और पुनः नीट परीक्षा भी कराना मुमकिन नहीं है. ऐसे में हम समझ नहीं पा रहे हैं कि हमारे भविष्य का क्या होगा. इसलिए सरकार को पहले NTA को समाप्त कर एम्स के तहत यह सभी परीक्षाएं करानी चाहिए. वर्तमान में आई समस्या का ऐसा हल निकालना चाहिए जिससे मेहनत करने वाले और अच्छे अंक पाने वाले बच्चों का भविष्य खतरे में ना हो.


कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने छात्रों के मुद्दे पर एबीपी लाइव से  बातचीत करते हुए कहा कि, इन छात्रों के साथ अन्याय होने नहीं दिया जाएगा. हम इनके साथ खड़े हैं. केंद्र सरकार पर भी जमकर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि यह सीधे-सीधे उनकी नाकामी है. दर्जनों की संख्या में NEET परीक्षार्थी और उनके अभिभावक सहित शिक्षक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर पहुंचे थे.


इस परीक्षा में अनेक शिकायत और सुझाव संबंधित विषयों को लिखित रूप से उन्होंने अजय राय को एक पत्र के रूप में सौंपा है. अजय राय की तरफ से छात्रों को आश्वासन दिया गया है कि इन सभी बातों को राहुल गांधी तक पहुंचाया जाएगा और संसद में इस मामले को गंभीरता से उठाने का प्रयास होगा.


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