NEET Exam: नीट पर बवाल के बीच मायावती बोलीं- 'समाधान निकालना बहुत जरूरी, सख्त कदम आवश्यक'
बीएसपी चीफ मायावती ने कहा है कि अनिश्चितता बनी हुई है उससे लोगों में बेचैनी, चिन्ता व आक्रोश की लहर स्वाभाविक, जिसका शीघ्र सही स्थाई समाधान निकालना बहुत ही जरूरी.
NEET Exam: नीट पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे के बाद शुक्रवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो पाई थी. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला द्वारा बार-बार आग्रह करने और चेतावनी देने के बावजूद विपक्षी दलों का हंगामा और नारेबाजी जारी रही थी. अब इसपर बीएसपी प्रमुख मायावती की प्रतिक्रिया आई है.
मायावती ने कहा, 'देश में समय-समय पर होने वाली विभिन्न परीक्षाओं की पवित्रता के साथ ही वर्तमान में ख़ासकर मेडिकल की नीट-यूजी एवं पीजी परीक्षाओं को लेकर जो अनिश्चितता बनी हुई है उससे लोगों में बेचैनी, चिन्ता व आक्रोश की लहर स्वाभाविक, जिसका शीघ्र सही स्थाई समाधान निकालना बहुत ही ज़रूरी.'
रोकथाम के लिए सख्त कदम आवश्यक
बीएसपी चीफ ने कहा, 'वैसे आल इण्डिया ही नहीं बल्कि यूपी समेत राज्यों में होने वाली परीक्षाओं में पेपर लीक व सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार का मामला भी अति-गंभीर, दुःखद व चिन्तनीय. इन समस्याओं के प्रति किसी प्रकार की सरकारी लापरवाही और न ही राजनीति उचित बल्कि इसकी रोकथाम के लिए सख्त कदम आवश्यक.'
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी खड़े होकर कहा कि संसद के इतिहास में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान किसी अन्य विषय पर चर्चा की परंपरा नहीं है. कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के व्यवहार की वे निंदा करते हैं.
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जो भी मुद्दे उठाए जाएंगे, सरकार उन सभी मुद्दों का जवाब देने के लिए तैयार है. लेकिन विपक्षी दलों के सांसदों ने लोकसभा स्पीकर और केंद्रीय मंत्री दोनों की बातों को नजरअंदाज करते हुए हंगामा जारी रखा. बता दें कि विपक्षी दल लगातार इस मुद्दे पर बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर सवाल उठा रहे हैं.