कानपुर, प्रभात अवस्थी। कानपुर में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस बीच स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। अपनी पीठ थपथपाने के लिये स्वास्थ्य विभाग ने जल्दबाजी में तीसरी रिपोर्ट आने से पहले ही एक पॉजिटीव मरीज को डिस्चार्ज कर दिया। जैसे ही तीसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और आनन फानन में दोबारा से उस मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।


दरअसल बीती 14 अप्रैल को नौबस्ता के मछरिया स्थित मदरसे के सात बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिनको इलाज के लिए सरसौल CHC में भर्ती किया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। सरसौल CHC में कुल इलाज करवा रहे 12 लोगों को बीती 27 अप्रैल को लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने पर डिस्चार्ज कर दिया गया था। इन सभी के तीसरी बार जांच के लिए सैंपल भेजे गए थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने तीसरी रिपोर्ट आने से पहले ही सबको डिस्चार्ज कर दिया।


वहीं जब 12 लोगों की तीसरी जांच की रिपोर्ट आयी तो स्वास्थ्य विभाग के हाथ पांव फूल गए। क्यों कि उनमें से एक 12 साल के छात्र की रिपोर्ट पॉजिटीव आ गयी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर गयी और छात्र को दोबारा से हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया।


वहीं सीएमओ अशोक शुक्ला का कहना है कि दो रिपोर्ट निगेटिव आयी थीं, जिसके बाद डिस्चार्ज किया। तीसरी रिपोर्ट पॉजिटीव आयी है, उसको दोबारा से भर्ती कर लिया गया है और जांच की जाएगी कि आखिर किसकी और कहां पर गलती हुई है।