पीलीभीत, विक्रांत शर्मा: उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना के ग्राफ को लेकर सरकार सजगता और सुरक्षा के दावे कर रही है. लेकिन इस बीच पीलीभीत में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. लापरवाही की बानगी सीएमओ दफ्तर में ही देखने को मिली. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निकाली गई सीधी भर्तियों के लिए हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी. भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ती दिखाई दीं. सुरक्षा को लेकर न तो पुलिस व्यवस्था दिखी और न ही सरकार के 'दो गज दूरी मास्क जरूरी' का पालन होता हुआ नजर आया.


नौकरी के लिए जमा हुई भीड़
एक तरफ जिला प्रशासन शहर के मुख्य चौराहों पर लाखों रुपए खर्च कर जागरूकता के लिए लाउडस्पीकर लगाकर लोगों को जागरूक कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए निविदा के आधार पर सीधी भर्ती निकाली गई थी. इस दौरान वार्ड बॉय सहित तमाम पदों के लिए हजारों की संख्या में सीएमओ दफ्तर के बाहर भीड़ जमा हो गई.


37 लोगों की हो चुकी है मौत
कोरोना काल में नौकरी के लिए कहीं लोग बिना मास्क के खड़े नजर आए तो कहीं भारी संख्या में लोगों की भीड़ इंटरव्यू के इंतजार में घंटों लाइन में खड़ी नजर आई. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से न तो सुरक्षा के इंतजाम किए गए और न ही किसी प्रकार की कोई सेनिटाइजेशन जैसी व्यवस्था दिखी. जिले में अब तक करीब 2553 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं जिनमें 460 से अधिक एक्टिव केस हैं. कोरोना से अबतक जिले में 37 लोगों की मौत हो चुकी है.


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