मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में जिला संयुक्त अस्पताल की लापरवाही सामने आई है. अस्पताल में बिना पीपीई किट के लोगों की कोरोना जांच की जा रही है. वृंदावन स्थित जिला संयुक्त अस्पताल में बिना पीपीई किट पहने ही डॉक्टर लोगों की कोरोना टेस्टिंग कर रहे हैं. महामारी के बीच डॉक्टरों की लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है. अस्पताल में 34 कोरोना पॉजिटिव मरीज मौजूद हैं, जिसमें से 14 मरीज ऑक्सीजन पर हैं.
ऑक्सीजन की कमी नहीं है
डॉ संजीव जैन ने बताया कि अस्पताल की टीम लगातार अपने कार्य में लगी हुई है. फिलहाल, हमारे पास ऑक्सीजन की कमी नहीं है. लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं, जिसके चलते हमने ऑक्सीजन मंगाने के लिए पत्र लिखा है. जैसे ही हमारे पास और ऑक्सीजन आ जाएगी तो हमें किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. अस्पताल में 54 ऑक्सीजन बेड मौजूद हैं. अस्पताल में कुल 34 कोरोना पॉजिटिव मरीज एडमिट हैं, जिसमें से 14 लोग ऑक्सीजन बेड पर हैं.
लोगों की करते हैं जांच
डॉ संजीव जैन ने बताया कि लोग बीमार हैं और हमारे यहां इलाज के लिए आते हैं. इलाज के लिए आने वाले लोगों की हमारी टीम कोरोना टेस्टिंग करती है. आरटी पीसीआर के लिए सावधानियां बरती जा रही है. भीड़ जमा ना हो इसके लिए पहले एक विंडो थी, परंतु अब दो विंडो कर दी गई हैं. लोगों से मास्क लगाने और समय-समय पर हाथ धोने की अपील की जा रही है.
दूरी मेंटेन कर होती है लोगों की जांच
आरटी पीसीआर टेस्ट में डॉक्टरों की तरफ से पीपीई किट न पहनने को लेकर सवाल किया तो डॉ संजीव जैन कहा कि जो डॉक्टर टेस्टिंग कर रहे हैं, वो विंडो के अंदर बैठे हुए हैं. विंडो के अंदर से ही दूरी मेंटेन कर लोगों की टेस्टिंग की जा रही है. परंतु, जो भी टेस्टिंग कर रहे हैं उन्हें पीपीई किट पहननी चाहिए आगे ध्यान रखा जाएगा.
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