Raebareli News: 16 लाख 18 हजार का बिजली का बिल देखकर पान वाला चकराया, अधिकारियों के लगा रहा है चक्कर
Raebareli News: बिजली विभाग की लापरावही सामने आई है. रायबरेली में एक पान की दुकान चलाने वाले का बिजली का बिल लाखों में आ गया. वहीं, इसे सही कराने के लिए अब तीरथराज अधिकारियों के चक्कर काट रहा है.
Raebareli Pan Shopkeeper Electricity Bill: उत्तर प्रदेश सरकार भले ही गरीबों के लिए तरह-तरह की सुविधाएं मुहैया कराने का दावा कर रही हो लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही ने एक गरीब के रातों की नींद हराम कर दिया है. गुमटी में पान बेचने वाले एक व्यक्ति के 2 महीने का बिजली का बिल 16 लाख 18 हजार रुपये आ गया. बिजली का बिल मिलते ही गुमटी में सामान बेचकर परिवार चलाने वाले गरीब तीरथराज के होश उड़ गए. बिल मिलने के बाद वह अधिकारियों के चौखट पर दर-दर की ठोकरें खाने लगा, लेकिन इधर उधर भगाने के अलावा उसको न्याय नहीं मिला. इस बाबत बिजली विभाग का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है और सब इस नाकामी को छुपाने के लिए तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं. मामला दीन शाह गौरा बाजार का है.
गुमटी में पान बेंचकर करता है परिवार का पालन पोषण
दीन शाह गौरा कस्बे में तीरथ राज पान की दुकान चलाता है और उसी गुमटी में पान व अन्य चीजें बेच कर अपने परिवार का पालन पोषण करता है. तीरथ राज ने बिजली विभाग से कनेक्शन ले रखा है और वह बिल मिलते ही अपने बिल का भुगतान भी लगातार करता आया है, लेकिन जैसे ही इस महीने का बिल मिला, उसके होश उड़ गए. क्योंकि जो बिजली का बिल उसको दिया गया, उसमें 16 लाख 18 हजार रुपये लिखा था. पहले तो उसको मजाक लगा लेकिन जब यह तय हो गया कि इतना ही बिजली का बिल आया है तो वह अधिकारियों के यहां बिल सही करवाने और सच्चाई बताने के लिए भागना शुरू कर दिया, लेकिन जहां भी जाता तीरथराज को वहां से दूसरे पटल पर भेज दिया जाता. मानसिक रूप से परेशान तीरथराज की बिजली विभाग में कोई सुनने वाला नहीं है. सभी एक दूसरे पर आरोप मढ़ते हुए नजर तो आये लेकिन उसके निराकरण के लिए किसी ने कोई प्रयास नहीं किया.
झोपड़ी बनाकर निवास करता है तीर्थराज का परिवार
तीर्थराज अपने परिवार के साथ झोपड़ी बनाकर निवास करता है और उसमें एक पंखा व एक एलईडी बल्ब लगा रखा है. जिसकी जांच कोई भी अधिकारी कभी भी कर सकता है, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही के चलते इन दिनों तीरथराज को मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. महज दो महीनों में 16 लाख के ऊपर बिजली का बिल आना हास्यास्पद तो है ही, लेकिन यह वाकया बिजली विभाग के कारनामों की भी पोल खोलता है. इससे साबित होता है कि बिजली विभाग के कर्मचारी घर बैठे बिजली का बिल निकाल देते हैं, जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है.
कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है बिजली विभाग के आला अधिकारी
गलत बिजली का बिल बन जाने के बाद तीरथ राज अधिकारियों की चौखट पर दर-दर की ठोकरें खा रहा है लेकिन कोई भी अधिकारी उसके निराकरण का आश्वासन तक नहीं दे पा रहा. इस बाबत जब मीडिया कर्मियों द्वारा बिजली विभाग के आला अधिकारी से बात करनी चाही तो उन्होंने कहा यह हमारा विषय नहीं है मीटर विभाग का है. ये लोग एक दूसरे पर आरोप मढ़ते नजर आ रहे लेकिन कोई भी उसके निराकरण के बारे में प्रयास नहीं कर रहा है.
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