Farmer's Protest: किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च का आज दूसरा दिन हैं. किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए ज़बरदस्त बैरिकेडिंग की गई है. इस बीच किसानों और पुलिस के बीच शंभू बॉर्डर पर ज़बरदस्त टकराव भी देखने को मिला, जिस पर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सरकार के रवैये पर भी सवाल उठाए हैं.
नेहा सिंह राठौर ने किसानों के आंदोलन को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार के पास हमारे हर सवाल का जवाब सिर्फ़ लाठी है. जब भी सरकार के कुछ कहा जाता तो लोगों पर लाठियां बरसाई जाती है.
किसान आंदोलन को लेकर साधा निशाना
गायिका नेहा राठौर ने एक्स पर लिखा, 'जब भी हम कहते हैं कि हमें पढ़ाई सस्ती चाहिए, पीटे जाते हैं. रोज़गार चाहिए, पीटे जाते हैं. खेती में मुनाफ़ा चाहिए, पीटे जाते हैं. सरकार के पास हमारे हर सवाल का एक ही जवाब है-लाठी. लाठी मारता सिपाही, दम तोड़ता किसान और पट्टी बंधवाता विद्यार्थी इस सरकार के नए आइकॉन हैं.
नेहा राठौर अक्सर अपने गानों और लोकगीतों के जरिए सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते रहती हैं. उन्होंने यूपी में काबा वाली कविता भी गाई थी, जिसके बाद वो काफ़ी सुर्ख़ियों में आ गई थी. एबीपी से बात करते हुए नेहा सिंह राठौर ने कहा था कि वो जनता की आवाज़ बनना चाहती हैं और अपने काम को ईमानदारी से कहती हैं. जो लोग अपनी बात कहने से डरते हैं उनकी बातों को ही वो अपनी गीतों और कविताओं के जरिए कहने की कोशिश करती हैं.
आपको बता दें कि पंजाब हरियाणा के किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत अपनी कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने 13 फ़रवरी को दिल्ली चलों का आह्वान किया था, जिसके बाद दिल्ली की सीमाओं पर भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. किसानों को दिल्ली आने से रोकने के लिए सड़कों पर लोहे की बड़ी-बड़ी कीलें लगा दी गई हैं. इसके साथ ही सीमेंटेड बैरिकेडिंग और बड़े-बड़े टैंकरों में मिट्टी भरकर उन्हें रास्ते में रख दिया गया है. मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर दोनों के बीच ज़बरदस्त टकराव भी देखने को मिला था, सुरक्षा बलों ने किसानों पर आंसू गैस के गोले और वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल किया. इस टकराव में कई किसानों घायल होने की भी ख़बर है.