गाजियाबाद, एबीपी गंगा। थाना सिहानी गेट इलाके में 2 मई को हुई राजू की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी हनीष उर्फ हनी उर्फ कल्लू को गिरफ्तार कर लिया है। हनी ने 2 मई को राजू नाम के शख्स कि गली में दौड़ा-दौड़ा कर हत्या कर दी थी। हनी पहले राजू के घर में घुसा और फिर राजू पर चाकू से हमला किया। राजू घर से निकल कर जान बचाने के लिए गली में भागता रहा और पीछे से हनी चाकू के वार करता रहा। राजू ने गली में रहने वाले लोगो से जान बचने की गुहार भी लगायी लेकिन हनी और उसके दबंग परिवार के कारण कोई बीच में नहीं आया। हनी मृतक राजू की बेटी से शादी करना चाहता था लेकिन राजू समेत पूरा परिवार इस शादी के खिलाफ था।
बना रहा था शादी का दबाव
थाना प्रभारी सिहानी गेट संजय पांडेय ने बताया कि हनी अपने घर के सामने रहने वाले राजू की बेटी से एकतरफा प्यार करता था। हनी और उसकी मां कुसुम ने कई बार राजू पर दवाब बनाया था की वो अपनी बेटी की शादी हनी से करा दे। लेकिन राजू और उसका परिवार हनी के चाल चलन के चलते ऐसा करने से इंकार कर रहा था। इसी को लेकर कई बार हनी ने राजू और उसके परिवार को धमकी दी थी और मारपीट भी कि थी।
शादी तय तारीख पर, रुलाएगी पिता की याद
राजू ने हनी और उसके परिवार के डर के चलते अपनी बेटी की शादी तय कर दी थी साथ ही बेटी समेत पूरे परिवार को मेरठ के रोहटा भेज दिया था। संजय पांडेय ने बताया कि शादी अब भी तय तारीख और तय समय पर ही हो रही है। हालांकि पूरे परिवार को इस बात का दुख रहेगा की कन्यादान करने के लिए राजू नहीं होगा। राजू ने हनी और उसके परिवार की बुरी नजर से बचाने के लिए करीब चार महीने पहले पूरे परिवार को मेरठ के रोहटा भेज दिया था। राजू को उम्मीद थी की अगर बेटी यहां नहीं रहेगी तो शायद हनी की दीवानगी कुछ कम हो जाये। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और राजू की जान एक सिरफरे आशिक ने ले ली।
दो महीने पहले फ्लिपकार्ट से मंगवाया था चाकू
हनी पिछले दो महीने से राजू की हत्या की फिराक में था। लेकिन हनी ऐसा मौका नहीं मिल पा रहा था। राजू ने अपने परिवार को पहले ही मेरठ भेज दिया था। वो अपने मकान में कभी-कभी आता था। इसी कारण से हनी को राजू के कत्ल का मौका नहीं मिल रहा था। पुलिस ने हनी के मकान की तलाशी में फ्लिप्कार्ट की रसीद और उसके मोबाईल फोन में इसकी आर्डर कॉपी मिली है।
मां ने ललकारी थी मर्दानगी
पुलिस जांच में सामने आया है कि हनी और उसके परिवार का इलाके में दबदबा है। यही कारण था जब राजू पर लगातार चाकू के वार किये जा रहे थे और राजू गली में जान बचाते हुए भाग रहा था उसको बचाने कोई नहीं आया। राजू ने गली में भागते हुए अपनी जान बचाने की खूब गुहार लगायी लेकिन पूरी गली से उसको बचाने कोई नहीं आया। थाना प्रभारी सिहानी गेट संजय पांडेय ने बताया कि हनी की मां कुसुम ने ही हनी को लगातार उकसाया था। पुलिस जांच में सामने आया है की कुसुम को अपनी दबंग छवि के चलते उम्मीद थी की कोई उसकी बात नहीं टाल सकता। लेकिन जब राजू ने अपनी बेटी की शादी से इंकार कर दिया तो ये उसको अपनी दबंग छवि पर चोट की तरह महसूस हुई। इसी कारण से कुसुम लगातार हनी को राजू के खिलाफ ललकारती रहती थी।
खूब दिखाई चालाकी लेकिन काम नहीं आई
हनी और उसकी मां ने इस घटना के बाद काफी चालाकी दिखाने की कोशिश की लेकिन उनकी ये चालाकी काम नहीं आई और दोनों आखिर पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए। घटना के बाद हनी और उसकी मां कुसुम अलग-अलग ठिकानों पर छिप गए। दोनों को उम्मीद थी की अलग-अलग रहने के कारण पुलिस उनको पकड नहीं पायेगी। इसके बाद जब दोनों पकडे गए उसके बाद भी हनी ने बहुत कोशिश की उसको सहानभूति मिल जाये। हनी ने खुद को कम उम्र का बता कर गुमराह करने की कोशिश की। इतना ही नहीं उसने ये भी कहा की युवती भी उससे प्यार करती थी। पुलिस गिरफ्त में हनी ने माना की हत्या वाले दिन वो नशे में था। अब हनी को राजू की हत्या का अफसोस भी है।