देहरादूनः कोटद्वार के सुखरो नदी में रीवर चैनलाइजेशन के दौरान खोदे गए गहरे गड्ढ़े में डूबने से नेपाली मूल के 18 वर्षीय युवक गुंजन की मौत हो गई. स्थानीय लोगों द्वारा एसडीआरएफ टीम को सूचना दी गईं. जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने डेढ़ घंटे की कड़ी मश्क्कत के बाद शव को नदी से बाहर निकाला.


जिसके बाद वहां मौजूद भीड़ गुस्से में आ गई और नदी में खड़े डंपरों ओर पोकलेन मशीनों पर पत्थर बरसाकर खनन बंद करने की मांग की. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को लेने की कोशिश की, जिस दौरान पुलिस को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा. 


मामले में जब काफी देर के बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे तो लोगों ने नारे बाजी कर उनका घेराव किया. साथ ही मृतक के परिजनों को मुआवजा देने और खन्नन बंद करने की मांग की. तहसीलदार के आश्वासन के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा भरा. जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. 


वहीं पार्षद कमल नेगी ने कहा कि कई बार उपजिलाधिकारी से नदी में किये जा रहे मानकों के विरोध और हो रहे खन्नन कि शिकायत की, लेकिन उन शिकायतों का कोई संज्ञान नहीं लिया गया. जिसका खामयाजा आज 18 वर्षीय युवक को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा. मुख्यमंत्री से मांग की है कि चैनलाइजेशन के नाम पर हो रहे नदियों का चीरहरण को तत्काल बन्द करवाया जाए.


वहीं एसडीआरएफ सब इंस्पेक्टर शौकत सिंह ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि नदी में बने 250 मीटर चौड़े तालाब में एक युवक की डूबने से मौत हो गयी है, जिसके बाद हमारी टीम मौके पर पहुंची. काफी देर के बाद टीम ने शव को ढूंढ कर बाहर निकाला. वही घटना स्थल पर पहुंचे तहसीलदार विकास अवस्थी ने बताया कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उसकी जांच कराई जाएगी जिसके बाद उचित कार्यवाही की जाएगी. 


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