Shimla News: तारों का जंजाल हिमाचल प्रदेश की राजधानी और पहाड़ों की रानी शिमला की खूबसूरती को खराब कर रहा है. शिमला नगर निगम ने अब बेवजह खंभों पर लटकी तारों को जल्द से जल्द हटाने के निर्देश दिए हैं. मेयर सुरेंद्र चौहान ने सभी कंपनियों के प्रतिनिधियों को बुलाकर बुधवार से काम शुरू करने के लिए कहा है. प्रतिनिधियों को सभी स्थानीय पार्षदों के फोन नंबर उपलब्ध करा दिए गए हैं. पार्षदों से संपर्क कर प्रतिनिधि तारों को हटाने का काम करेंगे. इस संबंध में नगर निगम शिमला को पहले से शिकायतें मिल रही थीं. मुहिम सफल रहने पर शहर से तारों का बोझ काफी हद तक काम हो सकेगा. साथ ही शहर की बदसूरती भी किसी हद तक दूर होगी. 


बैठक में कंपनी के प्रतिनिधियों को सख्त निर्देश


निजी कंपनियों, केबल ऑपरेटर और बिजली विभाग के साथ आयोजित बैठक में मेयर सुरेंद्र चौहान ने खंभों से लटकी तारों को हटाने का सख्त निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बिना वजह खंभों में तार लटकी हुई हैं. तारों पर कभी बंदर लटकते हैं और कभी रास्ते में पड़ी नजर आती हैं. ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कंपनियों के नुमाइंदों को तारों को जल्द से जल्द हटाने का निर्देश दिया. हालांकि अभी तारों को अंडरग्राउंड करने के लिए नहीं कहा गया है, क्योंकि ऐसा मेकैनिज्म शिमला शहर में अब तक उपलब्ध नहीं है. इसके अलावा उन्होंने शहर में कंपनियों के लगे अन-ऑथराइज्ड टावर से पेनल्टी वसूलने की भी बात कही है.


घोषणा पत्र में था तार मुक्त शहर बनाने का वादा


नगर निगम के चुनाव से पहले कांग्रेस ने घोषणा पत्र में आम जनता से कई वादे किए थे. एक वादा शहर को खुले में तार से मुक्त बनाने का भी था. कहा गया था कि पूरे शहर की तारों को अंडरग्राउंड किया जाएगा. गौरतलब है कि शहर भर में लगे बने तारों के जंजाल से लोग परेशान हैं. लोअर बाजार इलाके में बिजली की तारें दुकानों के काफी नजदीक हैं. ऐसे में हर वक्त अनहोनी की आशंका बनी रहती है.


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