अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए गतिविधियां तेज हो गई हैं. पूरे देश में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता आरएसएस के नेतृत्व में ट्रस्ट के आह्वान पर राम मंदिर निर्माण समर्पण निधि अभियान चला रहे हैं. मंदिर निर्माण में हर वर्ग के लोगों से सहयोग लिया जा सके, इसके लिये हर वर्ग के लोगों को जानकारी दी जा रही है. राम मंदिर निर्माण के लिए पुरानी पद्धति के तहत नींव में पत्थर डाल कर उसके ऊपर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा. इसके लिए राम जन्मभूमि परिसर में नींव की खुदाई का काम भी शुरू हो गया है. 21 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा अयोध्या में बैठक करेंगे. जिसमें मंदिर निर्माण के लिए तैयार की गई ड्राइंग पेश की जाएगी और ड्राइंग पर स्वीकृति मिलते ही मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा. इसके लिए बाकायदा राम लला के गर्भ गृह के आसपास की मिट्टी हटाने का काम शुरू कर दिया गया है.
21 जनवरी को लगेगी मुहर
राम मंदिर निर्माण के लिए राम भक्तों में काफी दिनों से उत्सुकता है. राम भक्त अपने आराध्य के भव्य मंदिर निर्माण को अपनी आंखों से देखना भी चाहते हैं. और उनके सपने भी अब साकार होने जा रहे हैं. राम मंदिर निर्माण का कार्य तेजी के साथ राम जन्मभूमि परिसर में शुरू होने वाला है. बीते दिनों राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण के उद्देश्य से जमीन के नीचे पाइलिंग की गई थी, जिससे कि मंदिर की आयु 1000 वर्ष तक रहे. लेकिन टेस्ट पाइलिंग का काम असफल हो गया. पाइलिंग किए गए खंभों पर जब भूकंप के झटके दिए गए तो वह खंबे सरक गये, जिसके बाद से ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने इसको असफल करार दिया. अब मंदिर को पुरानी पद्धति नींव में पत्थर डाल करके बनाया जाएगा और उसके बाद भगवान राम लला का भव्य मंदिर उस पत्थर पर बनाया जाएगा. नींव की खुदाई का काम भी राम जन्मभूमि परिसर में तेजी के साथ शुरू हो चुका है, और 21 जनवरी को अयोध्या में आयोजित भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा की दो दिवसीय बैठक में इस पर मुहर लगने की उम्मीद जताई जा रही है.
पुरानी पद्धति से होगा नींव का निर्माण
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि पाइलिंग का काम सफल नहीं हुआ है लेकिन उससे ज्यादा मजबूती पुराने पद्धति मंदिर निर्माण में है. इंजीनियरों की टीम ने आज तक हुए सभी शोध में सबसे अच्छा विकल्प पुरानी पद्धति नींव की खुदाई कर पत्थरों पर मंदिर निर्माण हो को माना है. 21 जनवरी को भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में होने वाली अहम बैठक में अब मंदिर निर्माण की लिए नींव की डिजाइन पेश की जाने वाली है.
नृपेंद्र मिश्रा की अहम बैठक 21 और 22 जनवरी को अयोध्या में है, जिसमें निर्माण समिति में लगी हुई है. कंपनियों के इंजीनियर तथा ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक होगी. इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन से जुड़े हुए लोगों के साथ भी नृपेंद्र मिश्रा बैठक करेंगे. निर्माण कार्य शुरू हो रहा है इस लिहाज से बैठक कर उस पर विस्तृत रूप से चर्चा की जाएगी.
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