UP News: लखनऊ में नए साल का जश्न पड़ा फीका, अलग-अलग सड़क हादसों की चपेट में आए 100 से ज्यादा लोग
Road Accidents: मामलों पर बात करते हुए अंतरराष्ट्रीय डॉक्टरों के संघ के महासचिव डॉ. अभिषेक शुक्ला ने कहा कि कोहरे की वजह से कम विजिबिलिटी और तेज गति से गाड़ी चलाना इन हादसों की मुख्य वजह हो सकता है.

Lucknow News: लखनऊ वासियों के लिए नए साल फीका पड़ गया, क्योंकि शहर में अलग-अलग सड़क हादसों में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए. नए साल के जश्न के बाद नई साल की आधी रात को विभिन्न सड़क हादसों में घायल हुए 60 से ज्यादा लोगों को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया. डॉक्टरों ने बताया कि इनमें से तीन लोगों को सिर में चोटें आई हैं और उनकी हालत गंभीर है.
वहीं लोक बंधू अस्पताल के डॉक्टर अजय शकर त्रिपाठी ने कहा कि नई साल की आधी रात के बाद हमने अपने अस्पताल में 12 घायल मरीजों को भर्ती किया. फिलहाल सभी देखरेख में हैं. इसके अलावा कई मरीजों को सिविल, बलरामपुर, लोक बंधु अस्पताल के आपतकालीन विभाग और और डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के आपातकालीन विंग में भर्ती कराया. सड़क दुर्घटनाओं के ऐसे लगभग 80 मरीजों को शहर भर के सरकारी और अस्पतालों की आकस्मिक इकाइयों में ले जाया गया.
कुछ घायलों ने पी रखी थी शराब
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने कहा कि सड़क हादसों में घायल हुए कुछ मरीजों ने शराब पी रखी थी. मेडिकल टीमों ने प्रत्येक मरीज का इलाज किया और उनकी देखभाल की जा रही है. इसके अलावा श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भी सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए 6 मरीजों को भर्ती कराया गया जिसमें से एक मरीज के सिर में चोट थी जिसे केजीएमयू रेफर किया गया. वहीं बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी यूनिट में सड़क हादसों में घायल हुए 5 मरीजों को भर्ती कराया गया.
धीमी गति से चलाएं वाहन
मामलों पर बात करते हुए अंतरराष्ट्रीय डॉक्टरों के संघ के महासचिव डॉ अभिषेक शुक्ला ने कहा कि कोहरे की वजह से कम विजिबिलिटी और तेज गति से गाड़ी चलाना इन हादसों की मुख्य वजह हो सकता है. उन्होंने कहा कि नए साल का जश्न अभी अगले दो तीन दिनों तक जारी रहेगा ऐसे में वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने की जरूरत है.
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