Lok Sabha Election 2024: उत्तराखंड के लिए 2024 साबित होगा चुनावी साल, बीजेपी और कांग्रेस के सामने होगी ये चुनौती
Lok Sabha Chunav 2024: नया साल उत्तराखंड के लिए चुनावी होने वाला है. बीजेपी और कांग्रेस अभी से चुनावी मोड में आ गई हैं. कांग्रेस के लिए प्रदेश में फिलहाल करो या मरो की स्थिति है.
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Uttarakhand News: उत्तराखंड के लिए नया वर्ष 2024 पूरी तरह चुनावी साबित होने वाला है. इस साल लोकसभा और नगर निकाय के साथ-साथ पंचायत चुनाव भी होने हैं. मंगलोर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव कराने की तैयारी है. नगर निकाय का कार्यकाल समाप्त हुए लगभग एक महीना बीत चुका है. सरकार ने बोर्ड में प्रशासकों की नियुक्त कर रखी है. पंचायतों का कार्यकाल भी समाप्त होने वाला है. बसपा विधायक हाजी सरवत करीम के निधन से खाली हुई मंगलौर विधानसभा में भी उपचुनाव कराए जाने की चर्चा चल रही है.
उत्तराखंड के लिए नया वर्ष होगा चुनावी
प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस अभी से चुनावी मूड में नजर आ रही हैं. बीजेपी लोकसभा चुनाव में दबदबा कायम रखना चाहेगी. कांग्रेस के सामने भी हार का सिलसिला रोकने की चुनौती होगी. मौजूदा समय में बीजेपी के पास उत्तराखंड से पांच लोकसभा सांसद और राज्यसभा में तीन सांसद हैं. इस साल राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का भी कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इसलिए लगे हाथ राज्यसभा का चुनाव भी कराया जा सकता है. इसके अलावा उत्तराखंड में नगर निकाय और पंचायत चुनाव होने हैं.
कांग्रेस चुनावों में पूरी ताकत झोंकना चाहती है. इन चुनावों के सहारे 2027 का विधानसभा चुनाव साधने की जुगत में कांग्रेस है. कांग्रेस इन दिनों धामी सरकार की नीतियों के खिलाफ आक्रामक है. कार्यकर्ता और नेता सड़कों पर उतरकर बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. बीजेपी भी कांग्रेस के हमले का जवाब लगातार दे रही है. उत्तराखंड कांग्रेस हर हाल में जनता के बीच पकड़ मजबूत बनाना चाहती है. लेकिन उसके प्रयास कामयाब होते दिखाई नहीं दे रहे हैं. पिछले दिनों दो उपचुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा.
बीजेपी और कांग्रेस ने किया बड़ा दावा
बीजेपी जीत का सिलसिला लगातार बनाए हुए है. पार्टी की तरफ से प्रदेश के विभिन्न इलाकों में कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. 2024 में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को भी भुनाना चाहेगी. मुहिम चलाकर मतदाताओं को बीजेपी के पक्ष में किया जाएगा. कांग्रेस के पास मुद्दों की कमी है. उत्तराखंड के तमाम नगर निकायों में बीजेपी का कब्जा था. लोकसभा में पांच और राज्यसभा में तीन सांसद उत्तराखंड की नुमाइंदगी करते हैं. सबसे ज्यादा ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत की सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. ऐसे में 2024 का चुनावी साल कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए चुनौती भरा होगा.
कांग्रेस के लिए फिलहाल करो या मरो की स्थिति है. विधानसभा में कांग्रेस के नाममात्र विधायकों की संख्या है. उत्तराखंड में बीजेपी अन्य राज्यों के मुकाबले बेहद मजबूत है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बीजेपी लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है. प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि 2024 में बीजेपी एक बार फिर से जीत का परचम लहराएगी. उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा होनेवाला है. उन्होंने दावा किया कि पहले से ज्यादा बीजेपी को वोट मिलेंगे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने बीजेपी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि इस बार बीजेपी के सपने पूरे नहीं हो पाएंगे. बीजेपी की कथनी और करनी को जनता समझ चुकी है. इस बार बीजेपी को हार का सामना करना पड़ेगा.
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