नए साल पर वाराणसी घूमने का है प्लान, तो काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा इन जगहों पर जाना न भूलें
New Year 2025: काशी को धर्म की नगरी कहा जाता है लेकिन अगर नए साल के अवसर पर पर्यटक काशी आ रहे हैं तो इस दौरान बनारस के गंगा घाट उनके सफर को और भी यादगार बना सकता हैं.
Varanasi News: नए साल के अवसर पर लोग अपने परिवार के साथ घूमना काफ़ी पसंद करते हैं. इसलिए 2025 नव वर्ष के अवसर पर लाखों की संख्या में पर्यटकों के वाराणसी आने की संभावना है. बहुत से लोग भगवान काशी विश्वनाथ मंदिर, काशी कोतवाल काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए तो अनेक लोग गंगा घाट की विश्व प्रसिद्ध आरती देखने के लिए पहुंचेंगे. ऐसे में अगर आप नए साल के अवसर पर वाराणसी आने का सोच रहे हैं तो इस प्राचीन शहर में अनेक स्थल है जहां आपको जरूर जाना चाहिए.
संकट मोचन और नमो घाट जाना ना भूलें
वैसे तो काशी को धर्म की नगरी कहा जाता है. लेकिन अगर नए साल के अवसर पर पर्यटक काशी आ रहे हैं तो इस दौरान बनारस के गंगा घाट उनके सफर को और भी यादगार बना सकता हैं. शहर का नमो घाट विश्व का सबसे खूबसूरत घाट माना जाता है. वाराणसी में 84 से अधिक घाट है लेकिन यह घाट बाकी घाट से काफी अलग, सुविधा युक्त और बड़ा माना जाता है . इसके अलावा वाराणसी के ही प्राचीन संकट मोचन मंदिर में भी दर्शन पूजन करने के लिए श्रद्धालु पहुंच सकते हैं. पिछले नव वर्ष के अवसर पर भी प्राचीन हनुमान मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे .
वाराणसी के सारनाथ, स्वर्वेद मंदिर पर उमड़ती है भारी भीड़
वाराणसी के एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से उतरकर ज्यादातर पर्यटक वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन और गंगा आरती में शामिल होने तक अपनी यात्रा को पूर्ण कर देते हैं. लेकिन वाराणसी के सारनाथ में भी पहुंचकर बौद्ध-जैन धर्म से जुड़ी प्राचीन विरासत को अनुभव किया जा सकता है. इसके अलावा सारनाथ मार्ग से ही कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर उमरहाँ का स्वर्वेद मंदिर भी हैं,जहां हर नव वर्ष पर भारी भीड़ लगती है.
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