New Year Celebration: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री व यमुनोत्री से उत्तराखंड की देश दुनिया में पहचान है. लेकिन यहां कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों की नजरों से दूर हैं. इन पर्यटन स्थलों की खूबसूरती देखते ही बनती है. वहीं, तीर्थाटन के साथ ही अब सरकार का साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर है. दयारा बुग्याल बारसू , हर्षिल नए साल के लिये पर्यटक स्थलों में पहुंच रहे हैं. पर्यटक मौसम का भरपूर आनंद ले रहे हैं. नए साल के पहले भी पर्यटक खूब सारा आनंद उठा रहे हैं. हांलाकि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए उत्तरकाशी के डीएम ने भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन पालन करने का भी निर्देश जारी कर दिया है.


होटल, गेस्ट हाउस लगभग हुए फुल
पर्यटन ग्राम बारसू विश्व प्रसिद्ध दयारा बुग्याल का बेस कैंप है. यहां से दयारा बुग्याल की दूरी करीब 8 किमी ट्रैकिंग से पहुंचा जा सकता है. साथ ही बारसू गांव से 3 किमी की दूरी पर बरनाला टॉप स्थित हैं. जहां पर्यटन विभाग और NIM बर्फबारी के बाद स्नो स्कीइंग का आयोजन कराते हैं. गांव के समीप एक झरना है, जिसके सौंदर्यीकरण के लिए ग्रामीण लंबे समय से मांग कर रहे हैं. लेकिन अभी तक शासन प्रशासन की ओर से इसके सौंदर्यीकरण के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं.


धार्मिक स्थलों के लिए देश-विदेश में विख्यात है. हर साल हसीन वादियों का दीदार करने देश-विदेश से सैलानी यहां पहुंचते हैं. वहीं उत्तरकाशी जनपद में शासन-प्रशासन सहित स्थानीय ग्रामीण अपने संसाधनों से शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं. दयारा बुग्याल का बेस कैंप बारसू गांव में नए साल के लिए सभी होटल, होम स्टे और GMVN के गेस्ट हाउस की बुकिंग लगभग फुल हो गई है.


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