आगरा. जिले में भूख और बीमारी के कारण बच्ची की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने योगी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. नोटिस में चार हफ्ते में प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार के पुनर्वास और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के मामले में रिपोर्ट देने को कहा है.


क्या है मामला?
गौरतलब है कि नगला विधिचंद निवासी पप्पू की 6 वर्षीय बेटी सोनिया पिछले पांच दिनों से बुखार से पीड़ित थी. उसे डायरिया भी हो गया था. शनिवार को परिजनों ने उसे दूध पिलाया, जिसके बाद उसने उल्टी कर दी. घर वालों ने मेडिकल स्टोर से दवा लाकर दी, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ. आखिर में उसकी मौत हो गई.


एक महीने से बेरोजगार थे परिजन
ग्रामीणों का कहना है कि मृतक बच्ची के माता-पिता एक महीने से बेरोजगार हैं. घर पर एक हफ्ते से खाने का सामान नहीं था. बच्ची की मां शीला देवी परिवार पालने के लिए अकेले ही काम करती थीं.


जिला प्रशासन ने दिया पीड़ित परिवार को राशन
मामले की जानकारी मिली तो जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. प्रशासन की टीम ने पीड़ित परिवार के घर पर 50 किलो गेहूं, 40 किलो चावल, 3 किलो अरहर की दाल, सब्जियां और अन्य खाद्य सामग्री भिजवाई है. इसके अलावा बकाया बिजली बिल जमा कराने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों को बोल दिया गया है.


परिवार की हर संभव मदद की जाएगी: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार में राशन कार्ड नहीं बना था. इसको प्राथमिकता के आधार पर बनवाया जाएगा. साथ ही परिवार के लोगों को मनरेगा में काम दिलाया जाएगा. इसके अलावा पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान दिलवाने की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा कराए जाने का प्रयास किया जाएगा.


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