BHU के छात्र नेता का माओवादी कनेक्शन? NIA ने कुशीनगर में की कड़ी पूछताछ
NIA in Kushinagar: एनआईए ने आज कुशीनगर में एक पूर्व बीएचयू छात्र से पूछताछ की है. छात्र यूनिवर्सिटी में भगत सिंह छात्र मोर्चा का सदस्य रहा है. स्थानीय अधिकारी और छात्र कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं.

Kushinagar News Today: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम माओवादियों से कनेक्शन की जांच करने कुशीनगर पहुंची. यहां पर NIA टीम ने बीएचयू में पढ़ने वाले छात्र को माओवादी एक्टिविटी से जुड़े होने की शक में पटहेरवा थाने पर ला कर लगातार चार घंटे तक पूछताछ किया. NIA की टीम ने पूछताछ के लिए दो दिन पूर्व छात्र को नोटिस जारी किया था.
नोटिस मिलने के बाद छात्र अपने अधिवक्ता के साथ टीम की पूछताछ में शामिल हुआ. पटहेरवा थाने के एक बंद कमरे में NIA ने पूछताछ की है. पुलिस अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. पुलिस ने सिर्फ इतना कहा है कि हम इस मामले में कुछ नहीं कह सकते हैं. NIA की टीम ने पूछताछ किया है तो वही बता सकती है कि किस मामले में और क्या बातचीत हुई.
छात्र का माओवादियों से संबंध?
पुलिस अधिकारियों ने ये जरुर बताया कि NIA यहां पूछताछ करने आई थी और पूछताछ के बाद छात्र को छोड़ दिया है. NIA जिस छात्र से पूछताछ की वह बीएचयू का तीन साल पहले छात्र रहा है, उसने लिंग्विस्टिक विषय में एमए किया था. छात्र पर आरोप है कि उसका माओवादियों से संबंध है.
इससे संबंधित जांच आगे बढ़ाई जा रही है. हालांकि पूछताछ में क्या हुआ इसकी जानकारी किसी को नहीं है. पुलिस भी इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रही है. परिजन सिर्फ यह बता रहे हैं कि वह उन्हें समझाते थे लेकिन वह इस पर ध्यान नहीं देता था.
BHU के पूर्व छात्र से पूछताछ
दरअसल, कुशीनगर के पटहेरवा थाना क्षेत्र के फाजिलनगर कस्बा निवासी विनय कुमार शर्मा बीएचयू का छात्र है. विनय कुमार शर्मा ने बीएचयू से तीन साल पहले लिंग्विस्टिक विषय में एमए किया है. विनय कुमार शर्मा को NIA की टीम ने पूछताछ के लिए कुशीनगर के पटेहरवा थाने बुलाया. जांच एजेंसी के मुताबिक, माओवादियों से संबंध और संपर्क से संबंधित जांच आगे बढ़ाई जा रही है.
विनय कुमार शर्मा बीएचयू में भगत सिंह छात्र मोर्चा के अध्यक्ष रह चुके हैं. फिलहाल, बनारस में स्टूडेंट एक्टिविस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं. एनआईए के मुताबिक, इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान की मौजूदगी में विनय से पूछताछ की गई.
NRB ने 10 स्थानों को बताया संदिग्ध
एनआईए ने दिसंबर 2024 में पहली बार नेशनल रीजनल ब्यूरो (NRB) के 5 राज्यों के 10 स्थानों को संदिग्ध बताया था. इनमें यूपी के आजमगढ़ और बिहार के पटना की 1-1 लोकेशन, पंजाब में पटियाला व श्री मुख्तार साहिब में दो स्थान, हरियाणा में मानेसर और गुरुग्राम में कुल चार स्थान और दिल्ली में दो स्थान शामिल थे. ऐसे ही मामले में विनय से पूछताछ की जानी है.
एनआईए के इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान के नाम से एक नोटिस जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि एक पुराने केस से आप परिचित ही होंगे, इसकी जांच की जा रही है. इसी मामले में कुछ सवालों के जवाब देने के लिए कुशीनगर के पटहेरवा थाने में उपस्थित होना होगा.
विनय कुमार शर्मा कई साल तक एक स्टूडेंट एक्टिविस्ट के तौर पर काम किया है. इसके अलावा वाराणसी में राजनैतिक कार्यकर्ता के रूप में आंदोलन और कार्यक्रमों में भी विनय शामिल होते रहे हैं. विस्थापित, मजदूरों के न्याय और बच्चों की पढ़ाई के लिए भी काम कर रहे हैं.
पूछताछ पर छात्र ने किया ये खुलासा
विनय शर्मा ने बताया कि साल 2023 में होम मिनिस्ट्री ने एक केस दर्ज कराया है. होम मिनिस्ट्री ने आशंका जताई थी कि यूपी, बिहार, हरियाणा में माओवादी एक्टिविटी को लेकर कुछ हो रहा है. यह पहले से चला आ रहा है. उसी मामले में कल पूछताछ हुई है.
विनय ने आगे बताया कि मुझसे यही पूछताछ हुई है कि मैं किस तरह के आंदोलन में भाग लेता हूं, किसानों के आंदोलन में क्यों जाता हूं? उनकी आवाज को क्यों उठाता हूं? वाराणसी में विस्थापन के मुद्दों को क्यों उठाता हूं, जो मकान तोड़े जा रहे हैं. उनकी आवाज क्यों उठाता हूं. उन्होंने बताया कि उन्होंने NIA के सभी सवालों के जवाब दिए हैं.
विनय कुमार शर्मा ने आगे बताया कि पढ़ाई के दौरान मैं भगत सिंह छात्र मोर्चा से जुड़ा रहा हूं. मैं अभी छोटे बच्चों को पढ़ाने का काम करता हूं. मैंने भीमा कोरे गांव को लेकर एक लेख लिखा था कि माओवादी पीएम को मारने की साजिश कर रहे हैं. यह वर्ष 2016- 17 का मामला है. इसमें पूरे देश से लगभग 16- 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. मैंने इन्हीं सब को लेकर एक लेख लिखा था.
मां ने क्या कहा?
पूछताछ के बाद विनय कुमार शर्मा ने मीडिया समेत अन्य लोगों से दूरी बना रहे हैं. विनय की मां ने बताया कि वे लोग उसे समझाते थे कि वह सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दे, लेकिन वह इस पर ध्यान नहीं देता था. पुलिस ने उसको बुलाया था. पूछताछ हुई है लेकिन क्या बात हुई वह नहीं पता चला है. वह संगठन से जुड़ा हुआ है. हम लोग समझाते थे, लेकिन वह इस पर ध्यान नहीं देता था.
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