Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में उस वक्त सनसनी फैल गई जब एनआईए की टीम ने नक्सल गतिविधि से संबंधित एक मामले में छापेमारी की. एनआईए की टीम ने मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल की प्रदेश अध्यक्ष और लेखक सीमा आजाद के घर छापेमारी की थी. यह छापेमारी की कार्रवाई सुबह करीब 5:30 बजे शुरू हुई जो 12 घंटे से भी ज्यादा समय तक चली. इस दौरान एनआईए की टीम ने सीमा आजाद के घर से नक्सल और कम्युनिस्ट से जुड़ी किताबें वा दूसरे साहित्य जब्त किए हैं.


फिलहाल मंगलवार देर शाम सीमा लेखक सीमा आजाद के घर पर एनआईए की छापेमारी खत्म हो गई. वहीं एनआईए ने सीमा आजाद और उनके पति को नोटिस भी सौंपी है. दोनों को 14 सितंबर के दिन एनआईए के लखनऊ ऑफिस में जाकर अपना बयान दर्ज कराना होगा. एनआईए की यह कार्रवाई प्रयागराज के तेलियरगंज और रसूलाबाद इलाके में नक्सली कनेक्शन के संबंध में की गई है.


छापेमारी में मिले कई दस्तावेज


एनआईए की टीम ने छापेमारी के दौरान सीमा आजाद के घर से बटला एनकाउंटर से जुड़े दस्तावेज कलेक्ट किए. इसके अलावा सीएए/एनआरसी आंदोलन से जुड़े कई दस्तावेज भी एनआईए के मिले हैं. छापेमारी के दौरान सीमा आजाद और उनके पति विश्व विजय के बैंक खातों की फोटो कॉपी भी एनआईए अपने साथ ले गई है. सीमा आजाद और उनके पति को नोटिस देने के साथ ही एनआईए की टीम ने दोनों के मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त कर लिए हैं.


तीन अन्य जगह पर हुई छापेमारी


सीमा आजाद के अलावा प्रयागराज में तीन अन्य जगह पर भी एनआईए की टीम ने छापेमारी की है. सीमा आजाद के भाई मनीष आजाद के घर पर भी छापेमारी की गई है. इसके अलावा अधिवक्ता सोनी आजाद और उनके पति रितेश आजाद के घर पर भी छापेमारी की गई है. सीमा आजाद ने आरोप लगाया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दबाव बनाने के लिए कार्रवाई की गई है. उन्होंने इस मामले में सोशली और लीगली फाइट करने की बात कही है.


इसे भी पढ़ें:
CM Yogi Delhi Visit: दिल्ली में पीएम मोदी से मिले यूपी के CM योगी आदित्यनाथ, जानें क्या कुछ कहा?