नई दिल्ली, एबीपी गंगा। देश को झकझोर देनेवाला निर्भया दुष्कर्म मामला आज भी लोगों को जहन में है। दिसंबर की उस काली रात में निर्भया के साथ जिस तरह से दरिंदगी हुई वह सिहरन पैदा करने वाला था। इस पूरे मामले निर्भया के दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में उसके दोस्त की गवाही की अहम रही। निर्भया के साथ जब ये वारदात हुई तब उसका दोस्त अवनींद्र साथ था। अवनींद्र गोरखपुर के एक वकील का बेटा है और इस पूरी घटना का अकेला चश्मदीद गवाह रहा है। सभी जानना चाहते हैं वो आजकल कहां है और क्या कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक अवनींद्र इस जघन्य वारदात के बाद सदमे में चला गया था और अवसाद में था। इस स्थिति से उबरने में उसे लंबा वक्त लगा। उसके परिजन भी बेहद परेशान रहे। फिलहाल अवनींद्र की हालत पहले से बेहतर है और तकरीबन तीन साल पहले उसकी शादी हो गई थी और अपनी पढ़ाई पूरी कर इंजीनियर बन गया है। अब वह विदेश में नौकरी कर रहा है और जनकारी ये भी मिली है कि उसके एक संतान भी है।
अवनींद्र के पिता भानू प्रकाश पांडेय ने जानकारी देते हुये बताया कि इस घटना ने मेरे बेटे के मन पर गहरा आघात किया और इस दर्द से उबरने में काफी वक्त लगा। भावुक होते हुये उन्होंने कहा कि हम पर क्या बीती ये बताया नहीं जा सकता है।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में 23 वर्षीय निर्भया का चलती बस में गैंगरेप किया गया था। इस घटना के दौरान अवनींद्र निर्भया के साथ था। निर्भया के साथ हैवानों ने ऐसी दरिंदगी की थी कि पूरे देश में लोग आंदोलन करने पर उतर गए थे। इस मामले में एक किशोर सहित छह लोगों को आरोपी बनाया गया था। एक दोषी राम सिंह ने मुकदमा शुरू होने के बाद तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी। एक नाबालिग 3 साल सुधारगृह में गुजारने के बाद रिहा हो गया था।
आपको बता दें कि निर्भया के चारों दोषी जेल में हैं, अदालत उन्हें मौत की सजा भी सुना चुकी है। लेकिन कानूनी दांव-पेंच में उलझाकर सभी दोषी लगातार अपनी मौत की सजा को आगे बढ़वा देते हैं। फिलहाल मौजूदा स्थिति के बात करें तो सभी के पास कानून विकल्प लगभग अब खत्म हो रहे हैं और ऐसा माना जा रहा है कि जल्द उन्हें एक साथ फांसी दी जाएगी।