बलिया, एजेंसी। हैदराबाद गैंगरेप और मर्डर का मामला सामने आने के बाद देश में एक बार फिर बहस छिड़ गई है कि आखिर बेटियों को सुरक्षा कैसे दी जाए। रेप के बढ़ते मामलों को लेकर दिल्ली के 2012 सामूहिक बलात्कार कांड की पीड़िता निर्भया के दादा ने कहा कि निर्भया के गुनहगारों को फांसी न होने के कारण बलात्कारियों का मनोबल बढ़ा है और इसी वजह से इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
निर्भया के दादा लाल जी सिंह ने पैतृक गांव मेड़वार कला में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि निर्भया कांड के सात वर्ष बाद भी बलात्कारियों को फांसी पर नहीं चढ़ाया गया, इतने जघन्य कांड के अपराधी अब भी जेल में ही हैं। उन्होंने कहा कि यदि फांसी हो गई होती तो इस तरह का अपराध करने से पूर्व लोग दहशत में रहते।
लाल जी सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार बलात्कार को लेकर सख्त कानून बनाने की बात कह रही है लेकिन कानून बनाने से क्या हो जायेगा? सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को कानून बनाना हो तो वह यह कानून बनाए कि बलात्कार का आरोपी गिरफ्तार होने के बाद भीड़ के हवाले कर दिया जाए, जनता खुद इंसाफ कर देगी।
निर्भया के दादा लाल जी सिंह ने कहा कि जिस दिन बलात्कारी को चौराहे पर खड़ा करके गोली मार दी जायेगी, बलात्कार की घटनाओं पर खुद अंकुश लग जायेगा। उन्होंने कहा कि न्यायिक व्यवस्था में व्यापक सुधार की आवश्यकता है ताकि बलात्कार से जुड़े मामले लंबे समय तक लंबित न रहें।