UP News: निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल "निषाद पार्टी" की तरफ से आज यानी सोमवार (1 जुलाई) को एक लेटर जारी किया है. इस नोटिस के तहत पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के निर्देश पर निषाद दल पार्टी राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला इकाईयां भंग कर दी गई हैं.
दरअसल, निषाद पार्टी की तरफ से लेटर जारी करते हुए लिखा गया, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल "निषाद पार्टी" माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल "निषाद पार्टी" की उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी के साथ-साथ प्रदेश, मण्डल, जिला, विधानसभा, ब्लाक की मुख्य ईकाई के साथ समस्त मोर्चों एवं प्रकोष्ठों को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है.
बीजेपी ने दी थी निषाद पार्टी को दो सीटें
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में अपना चार सहयोगियों के साथ चुनाव लड़ा. इनमें जयंत चौधरी की आरएलडी, संजय निषाद की निषाद पार्टी, ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा और अनुप्रिया पटेल की अपना दल (एस) शामिल है. बीजेपी ने निषाद पार्टी को संतकबीरनगर और भदोही सीट दी थीं, जिसमें उम्मीदवार निषाद पार्टी का था लेकिन सिंबल बीजेपी का ही था.
भदोही से निषाद पार्टी के उम्मीदवार ने की थी जीत दर्ज
भदोही से बीजेपी ने अपने सांसद रमेश चंद बिंद का टिकट काट दिया था और टिकट निषाद पार्टी के विधायक विनोद बिंद को दिया था. विनोद बिंद को बीजेपी ने टिकट देकर सबको हैरान कर दिया है. चुनाव के जब नतीजे आए तो लोग और भी हैरान रह गए क्योंकि इस सीट से विनोद कुमार बिंद ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने 44072 वोटों से जीत दर्ज की थी. उन्होंने सपा के ललितेशपति त्रिपाठी को हरा दिया था.
संतकबीरनगर से मिली थी हार
यूपी में जयंत चौधरी की रालोद और अनुप्रिया पटेल की अपना दल की तरह ही संजय निषाद की निषाद पार्टी को भी दो-दो लोकसभा सीटें मिली थीं. संतकबीर नगर से संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को मैदान में उतारा था, लेकिन वह चुनाव हार गए. सपा के लक्ष्मीकांत पप्पू निषाद ने इस सीट से जीत दर्ज की. उन्होंने 92170 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी.
ये भी पढ़ें: आगरा में नए कानून के तहत पहला मुकदमा दर्ज, छत के रास्ते घर में घुसकर की थी चोरी