Delhi-Dehradun: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का एलान- दो घंटे में तय होगा दिल्ली-देहरादून का सफर, जानें कब
Uttarakhand News: नितिन गडकरी ने कहा कि अक्षरधाम से सीधे हरिद्वार और ऋषिकेश को हम जोड़ने जा रहे हैं. आने वाले समय में दिल्ली से देहरादून के बीच हवाई सेवा नहीं बल्कि सड़क सेवा चलेगी.
Rishikesh News: उत्तराखंड के ऋषिकेश पहुंचे केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि एक जनवरी 2024 से दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी सिर्फ दो घंटा में तय होगी. इसके बाद यात्री हवाई मार्ग से नहीं बल्कि सड़क मार्ग से आवागमन करेंगे. उन्होंने कहा कि ऋषिकेश मुनिकीरेती-स्वर्गाश्रम के बीच गंगा के ऊपर डबल डेकर रोपवे का निर्माण करवाया जाएगा. नितिन गडकरी चार दिन के उत्तराखंड प्रवास पर आए हैं.
रविवार को वह परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम पहुंचे. जहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज से सड़क और रोपवे के विस्तार पर लंबी चर्चा की. सांध्य कालीन गंगा आरती में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इतिहास, संस्कृति और विरासत हमारी बड़ी ताकत है, गंगा हमारी धरोहर है. नमामि गंगे का मंत्री रहते हुए उन्हें गंगा को अविरल करने का सौभाग्य मिला.
देहरादून से दिल्ली का सफर दो घंटे में पूरा होना चाहिए- गडकरी
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने कहा कि बीते शनिवार को मैं दिल्ली से ऋषिकेश जा रहा था, सड़कों का कई जगह पर मुआयना किया. मगर, मैं अभी तक हुए कार्य से संतुष्ट नहीं हूं. अभी इसमें और भी काम होना बाकी है. उन्होंने आगे कहा कि देहरादून से दिल्ली का सफर दो घंटे में पूरा होना चाहिए. इसके लिए एक्सप्रेस-वे का निर्माण हम करा रहे हैं. साल 2024 के पहले दिन से यह काम धरातल पर नजर आएगा.
नितिन गडकरी ने कहा कि अक्षरधाम से सीधे हरिद्वार और ऋषिकेश को हम जोड़ने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि निश्चित समय अवधि के बीच चारधाम प्रोजेक्ट पूरा होगा. आने वाले समय में दिल्ली से देहरादून के बीच हवाई सेवा नहीं बल्कि सड़क सेवा चलेगी. उन्होंने ये भी बताया कि देश के भीतर 260 स्थानों पर रोपवे और केबल कार पर सरकार काम कर रही है जिसमें केदारनाथ धाम भी शामिल है. ऋषिकेश मुनिकीरेती से स्वर्गाश्रम के बीच गंगा के ऊपर डबल डेकर रोपवे में एक बार में 200 लोग सफर कर सकते हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह घोषणा करने पर विश्वास नहीं करते. गंगा तट पर उन्होंने जो भी कहा है वह धरातल पर नजर आएगा.