नई दिल्ली. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को इस बात पर अफसोस जताया कि दिल्ली-मेरठ राजमार्ग के ठेकेदार सड़कों के किनारे पर्याप्त संख्या में सुविधाओं का निर्माण करने में विफल रहे, जहां लोग रुककर अच्छा महसूस कर सके. उन्होंने कहा कि हालांकि लोग दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिये उन्हें धन्यवाद दे रहे हैं, लेकिन उन्होंने सड़क किनारे खराब तरीके से बनी सुविधाओं को देखा है. उन्होंने कहा, ‘‘लोग दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस राजमार्ग से खुश हैं. कई लोगों ने मुझे धन्यवाद दिया है.’’
गडकरी ने कहा, ‘‘लेकिन दिल्ली-मेरठ राजमार्ग पर सड़क किनारे कोई सुविधाएं नहीं हैं. मैंने तस्वीर देखी है. मैं ठेकेदार का नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन सड़क किनारे उसने, जो सुविधाएं बनायी है, वे इतनी खराब और गंदी हैं कि कोई वहां शौचालय सुविधा का भी उपयोग नहीं कर सकता.’’ उन्होंने कहा कि सही तरीके से काम नहीं करने को लेकर वह ठेकेदार की खिंचाई करेंगे. मंत्री ने आगे कहा कि इस समय लार्सन एंड टूब्रो जैसी 100 कंपनियां बनाने की जरूरत है और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि कंपनियां आगे बढ़े और बड़ी बने.
साढ़े 8 हजार करोड़ की लागत से बना यह एक्सप्रेस-वे
बता दें कि साढ़े 8 हजार करोड़ की लागत से इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य किया गया है. एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के डायरेक्टर मुदित गर्ग ने बताया कि इसे बनाने में करीब ढाई साल का वक्त लगा. हालांकि, कोरोना महामारी के दौरान काम को बंद करना पड़ा, जिसकी वजह से इसका लेट से शुभारंभ किया गया. दिल्ली से मेरठ पहले ढाई घंटे में पहुचते थे अब 60 मिनट में पहुंचा जा सकता है.
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