Negligence in Pithoragarh:  पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज (Medical College in Pithoragarh) की बुनियाद तक नहीं खुदी है, लेकिन एक साल पहले यहां के लिए प्रिसिंपल (Principal) की नियुक्ति कर दी गई. चौंकाने वाली बात ये है कि, उक्त प्रिसिंपल ने लोक निर्माण विभाग (PWD Guest House) के विश्राम गृह में एक साल से तीन कमरों में कब्जा कर अपना आवास के साथ अपने वाहन की पार्किंग भी बना डाली. हालांकि, शासन के इस तरह के फैसलों से कोई हैरानी वाली बात नहीं है. ऐसे बेमतलब के तमाम फैसले कई बार लिए जाते हैं. पर जिला प्रशासन के साथ लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही ये है कि, उनके विभाग के गेस्ट हाउस को एक साल से आवास में तब्दील कर चुके प्रिसिंपल को हटाने तक की कार्यवाही नहीं की गई. 


कांग्रेस ने उठाये सवाल 


यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रिशेन्द्र महर ने बताया कि, कांग्रेस ने पिथौरागढ़ में मेडिकल कालेज की नींव रखी गई. चंडाक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व विधायक मयूख महर ने भाजपा के सरकार में आते ही ये काम ठप हो गया. लेकिन एक साल से प्रिसिंपल लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में कब्जा जमाकर बैठे हैं बच्चे कहां पढ़ रहे हैं, पता नहीं.


बात कर मामलेकी जानकारी ली जाएगी


इस मामले में जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बताया कि, इस संबंध में मामला संज्ञान में लाया गया है. मैं उनका पूरा डाटा और रोड मैप लेकर उन्हें क्या निर्देश मिले हैं, उनके साथ बैठक कर जो भी सही निणर्य है, वो लिया जाएगा.


75 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई थी.


आखिर 26 अगस्त 2021 के बजट सत्र में, पिथौरागढ़ मेडिकल कालेज के लिए पहली किश्त 75 करोड़ की स्वीकृत हुई और अजीबोगरीब मामला ये है एक साल पहले ही मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल को पिथौरागढ़ में नियुक्त कर दिया जाना कहां तक जनहित में है.


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