हरिद्वार. अगले महीने महाकुंभ का आयोजन हरिद्वार में होने जा रहा है. कुंभ के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु लगातार हरिद्वार आ रहे हैं. वहीं, देश के कई राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के माथे पर चिंता की लकीर डाल दी है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के पत्र के बाद यह चिंता और भी बढ़ गई है, बावजूद इसके अभी भी हरिद्वार में कोरोना को रोकने के बहुत बड़े स्तर पर उपाय नहीं किए जा रहे हैं.


हरिद्वार में दिखी लापरवाही
हर की पौड़ी के आसपास दोपहर तक स्वास्थ्य विभाग की कोई भी टीम मौजूद नहीं होती. देश के अलग-अलग राज्यों से आ रहे श्रद्धालुओं को बेरोकटोक हरिद्वार में एंट्री मिल रही है. श्रद्धालु बिना किसी एहतियात के स्नान कर रहे हैं. ना वहां पर किसी तरह की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है और ना ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है.


हाईकोर्ट की टीम ने लिया था जायजा
एक अप्रैल से हरिद्वार में कुंभ मेला लगने जा रहा है. वहीं, कुंभ की तैयारियों को लेकर हाईकोर्ट की एक टीम ने यहां पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया था. हाईकोर्ट की टीम 23 मार्च को अपनी रिपोर्ट अदालत के सामने पेश करेगी. बता दें कि कुंभ मेले के अधूरे कार्यों और मेला क्षेत्र में कोविड गाइडलाइन का पालन ना करने को लेकर अदालत में याचिका डाली गई थी. याचिका के बाद कोर्ट ने टीम गठित की थी. साथ ही कुंभ मे क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्थाओं के लिए अधिक फोर्स की तैनाती का प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है.


ये भी पढ़ें:



Tirath Singh Rawat Corona: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हुए कोरोना पॉजिटिव


हाथरस केस को लेकर योगी सरकार पर बरसीं मायावती, कहा- यूपी में अपराधियों का राज है