वाराणसी: सरकारी पैसे की बर्बादी की एक तस्वीर काशी की सड़क पर देखी जा सकती है. रथ यात्रा चौराहे से थोड़ी दूरी पर एक अत्याधुनिक ट्रैफिक पुलिस बूथ धूल फांक रहा है और इसमें रखे गए सामान यूं ही पड़े हैं. लाखों की लागत से तैयार इस बूथ की सुध तक लेने वाला कोई नहीं है.
ध्यान नहीं दे रहे हैं अधिकारी
वाराणसी में यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के तमाम दावे किए जा रहे हैं. लेकिन, यातायात की स्मार्ट बूथ व्यवस्था का प्रतीक अल्ट्रा मॉडर्न ट्रैफिक बूथ आज धूल फांक रहा है. अब इस बूथ की खासियत भी जान लीजिए. इस बूथ के ऊपर सोलर प्लेट लगे हैं, सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, बूथ के भीतर कुर्सियां लगी हैं साथ ही अत्याधुनिक मशीनें लगी हैं. लेकिन, आज ये बूथ धूल से सना है. कोई अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहा है.
2019 में लगाए गए थे बूथ
बता दें कि, साल 2019 में प्रवासी भारतीय सम्मलेन के समय ट्रैफिक के नए प्रयोग के तौर पर इसे लाया गया था. लेकिन, समय के साथ इसका महत्व नहीं समझा गया. आज फिर यातायात पुलिस इसकी जरूरत समझ रही है लेकिन आधिकारियों की बेरुखी ने इसका हाल खराब कर रखा है. यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में इसका उपयोग फिर शुरू होगा.
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