Noida News: उत्तर प्रदेश के नोएडा के पृथला में एक बच्चे की जान सुपरमैन बनने की चाहत ने ले ली. दरअसल बच्चे ने नासमझी में सुपरमैन की तरह स्टंट करने कि कोशिश की, और उसका वीडियो भी बनाने लगा, लेकिन वीडियो बनाने के चक्कर में उसकी मौत हो गई. यह मामला नोएडा के सेक्टर 113 कोतवाली क्षेत्र के पृथला गांव का है. यहां एक बच्चे ने  इंटरनेट पर सुपरमैन बनने के लिए अपनी बहन का दुपट्टा अपने गले में बांध लिया था और फिर वह उड़ने की कोशिश करने लगा. इसके बाद बच्चा गले में दुपट्टा बांध कर उसको मोबाइल से शूट करने की कोशिश करने लगा जिससे वह उस वीडियो को कहीं अपलोड कर सके, लेकिन उसके सुपरमैन बनने की चाहत की वजह से उसकी बहन का दुपट्टा ही इसके गले में फंस गया, जिसकी वजह से बच्चे का दम घुट गया. इसके बाद उसके घर वाले आनन फानन में उसे अस्पताल ले कर गए जहां उसकी मौत हो गई. 


 

वीडियो बनाने की चाहत ने ली मासूम की जान

पृथला गांव के रहने वाले बृजेश इंटरनेट पर सुपरमैन बन कर अपनी वीडियो की चाहत पूरी करने के लिए गले में दुपट्टा बांध कर वीडियो बना रहा था, पुलिस के मुताबिक उसकी उम्र फिलहाल 12 साल ही थी, दरअसल यह हादसा बृजेश के घर में ही हुआ जहां कमरे में सामान रखने के लिए बनाए गए स्लैब पर वह चढ़ा और फिर उसके ऊपर रखे बक्से पर चढ़कर गले में दुपट्टा बांधकर हवा में उड़ने लगा.  बच्चे ने दुपट्टे का एक कोना अपने गले से बांधा हुआ था, उसकी बहन उसका वीडियो शूट कर रही थी, जैसे ही रील बनाने के लिए उसकी बहन ने गिनती शुरू की वो नीचे कूदा और हादसा हो गया. 

 

 बच्चे की अस्पताल में हुई मौत

दरअसल दुपट्टे का पीछे का हिस्सा बॉक्स में फंसा रह गया और कूदने की वजह से गले में दुपट्टा फंस गया, जिसकी वजह से उसका दम घुटने लगा. इस मामले में नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि

बृजेश नाम का बच्चा सोशल मीडिया पर वीडियो डालने के लिए रील बना रहा था उस दौरान दुपट्टा गले में फसने की वजह से उसका दम घुटने लगा जिसके बाद उसकी बहनों ने शोर किया और फिर उसके परिजन बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे. यहां बच्चे को आईसीयू में भर्ती किया गया, लेकिन वहां उसकी हालत में बिल्कुल सुधार नहीं हुआ. इसके बाद बच्चे को जिला अस्पताल भेजा गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, एडीसीपी ने बताया कि यह हादसा बाकी पैरेंट्स के लिए भी एक संदेश है, कि वो अपने बच्चों पर ध्यान दें और उन्हें स्टंट करने से रोके, उन्हे समझाए और शिक्षित करें. 

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